मोतिहारीः माओवादी अपने संगठन के महिला सदस्यों के सहारे पुलिस को अपने जाल में फंसाने के प्लान में हैं. उनकी योजना छेड़खानी की झूठी सूचना देकर चिह्न्ति जगह पर पुलिस टीम को बरगला कर हमला करने व हथियार लूटने की है. माओवादियों की इस योजना का खुलासा खुफिया रिपोर्ट से हुआ है.
खुफिया विभाग ने माओवादी संगठन के इस खतरनाक योजना से पुलिस को अवगत करा दिया है. इस योजना के अनुरूप पूर्वी चंपारण के शिकारगंज, ढाका व चिरैया में माओवादी संगठन के कुछ हार्डकोर सदस्य सक्रिय भी हैं. सूत्रों की माने तो पताही चंपापुर के माओवादी शंकर राम दो हार्डकोर महिला सदस्यों मीना उर्फ कंचन कुमारी और मंजू उर्फ अंजली के साथ मिल कर योजना को अमलीजामा पहनाने की फिराक में है. इनकी प्लानिंग महिला सदस्यों से पुलिस को फोन पर छेड़खानी का प्रयास किये जाने की झूठी सूचना देकर चिह्न्ति जगह पर बुलाने और हमला कर हथियार लूटने का है.
ढाका, चिरैया व शिकारगंज इलाके में बंदी के दौरान इनकी सक्रियता से भी उपरोक्त बातों को बल मिल रहा है. शिकारगंज में बंदी का व्यापक असर इस बार देखा गया है. सबसे परेशानी की बात यह है कि पुलिस दोनों महिला माओवादियों के चेहरे से अनजान है. माओवादियों के खतरनाक योजना की सूचना के बाद एसपी विनय कुमार ने सभी थानाध्यक्षों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. खासकर माओवाद प्रभावित इलाके के थानाध्यक्षों को किसी महिला द्वारा छेड़खानी की सूचना दिये जाने पर सूचना की सही पड़ताल करने के बाद आगे की कार्रवाई करने का आदेश दिया है.