मोतिहारीः सुगौली प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय लालपरसा के पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा प्रभार देने के बाद भी बीइओ के मिलीभगत से 51 हजार रुपये बैंक खाते से निकालने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक रीना देवी ने निदेशक प्राथमिक शिक्षा बिहार पटना, जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी व डीपीओ स्थापना को पत्र लिख कर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर सरकारी राशि की अवैध निकासी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है. पदाधिकारियों को दिये पत्र में प्रधानाध्यापिका ने कहा है कि डीपीओ स्थापना के निर्देश पर 24 अप्रैल 13 को उन्हें विद्यालय का प्रभार मिला.
उन्होंने बताया है कि विद्यालय के तीन खाते हैं, जिसमें से बीइओ द्वारा केवल एक खाता संख्या 4441710110003372 के लिए उनका हस्ताक्षर अभिप्रमाणित किया गया और दो खाता संख्या 444710110004344 एवं 3033 के लिए बार-बार कहने व पत्र लिखने के बाद भी बीइओ द्वारा हस्ताक्षर को अभिप्रमाणित नहीं किया गया है. हालांकि प्रभार लेने के बाद प्रधानाध्यापिका द्वारा बैंक ऑफ इंडिया सुकुल पाकड़ के शाखा प्रबंधक को 22 मई 13 को पत्र लिखकर खाता संख्या 444710110004344 के संचालन पर रोक लगाने की बात कही थी. बावजूद इसके बीइओ सुगौली के लिखित आदेश पर बैंक द्वारा 14 जून को उक्त बैंक खाता से 51 हजार रुपये की निकासी की गयी है.
इस प्रकार सरकारी राशि की अवैध निकासी करना बीइओ की अनियमितता है. इस संबंध में पूछे जाने पर सुगौली बीइओ गौहर अंजूम ने बताया कि विद्यालय में हुए निर्माण कार्य के भुगतान के लिए राशि की निकासी की गयी है. वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ विनोदानंद झा ने मामले के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पहले बीइओ को अपना पक्ष रखने के लिए पत्र दिया गया है. बीइओ का पत्र आने के बाद मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.