मोतिहारीः एमएस कॉलेज में 11वीं की नामांकन चयन सूची से वंचित छात्रों ने मंगलवार को कॉलेज गेट पर जमकर बवाल काटा. आक्रोशित छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की व पुलिस पर पथराव किया. इसकी सूचना पर कॉलेज पहुंचे बीडीओ मनोज कुमार ने छात्र नेताओं से प्राचार्य की बातचीत करवायी तब जाकर छात्र शांत हुए. बातचीत के पूर्व कॉलेज परिसर में वज्रवाहन आने पर अफरा–तफरी मची रही व नामांकन कार्य पूर्णत बंद रहा.
कुछ देर के लिए तो पुलिस व छात्र एक–दूसरे के समक्ष डटे रहे. कॉलेज गेट पर उपस्थित छात्र ब्रजेश कुमार, सोनू कुमार, अभिषेक कश्यप, सतीश कुमार आदि ने कॉलेज प्रशासन पर राशि लेकर कम अंक वाले छात्रों का नामांकन करने व विरोध करने पर चार छात्रों की पिटाई करने का आरोप लगाया. इधर, कॉलेज के प्राचार्य डॉ उपेन्द्र कुंवर ने राशि लेकर नामांकन करने व कॉलेज प्रशासन के द्वारा छात्रों की पिटाई को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि सीबीएसइ बोर्ड के छात्रों का अंक अधिक है.
इसलिए उनका चयन करना प्राचार्य की मजबूरी है. प्राचार्य ने छात्रों को आश्वासन दिया कि 27 जुलाई के बाद बचे सभी सीटों पर बिहार बोर्ड के छात्रों का नामांकन किया जायेगा. इसी बीच डीएम कार्यालय व एसडीओ ने फोन पर हंगामा होने की सूचना मिलने के बाद बीडीओ मनोज कुमार मौके पर पहुंचे. जब बीडीओ कॉलेज आये तो छात्र कॉलेज गेट पर जमे हुए थे. छात्रों ने उनसे कॉलेज प्रशासन द्वारा चार छात्रों की पिटाई व राशि लेकर कम अंक वाले छात्रों का नामांकन करने की बात कही, लेकिन छात्रों ने लिखित आवेदन नहीं दिया. छात्रों का कहना था कि सीबीएसइ बोर्ड के छात्रों को अधिक अंक आने के कारण बिहार बोर्ड के छात्र नामांकन से वंचित हो रहे हैं.
छात्रों ने प्राचार्य से दोनों बोर्ड के बीच सीटों का बंटवारा करने की मांग की. जिस पर सहमति नहीं बनी. इस बात पर छात्र आक्रोशित हो गये और कॉलेज गेट पर जाकर हंगामा करने लगे. घटना स्थल पर पहुंचे बीडीओ मनोज कुमार व नगर थाना पुलिस ने वज्र वाहन को बुलाया. वज्र वाहन के आते ही छात्रों में भगदड़ मच गयी. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी. इसके बाद आक्रोशित छात्रों ने रोड़ाबाजी शुरू कर दी. स्थिति की नाजुकता को देखते हुए बीडीओ मनोज कुमार ने धैर्य से काम लिया व छात्र नेता अभिषेक कुमार कश्यप सहित तीन छात्रों को लाकर प्राचार्य कार्यालय में प्राचार्य से वार्ता करायी, जिसके बाद मामला शांत हुआ.