पूर्व प्रमुख समेत छह पर हत्या का केस
पताही, मोतिहारीः बखरी चंपापुर पंचायत की मुखिया अंजू देवी के ससुर महेश ठाकुर की हत्या के मामले में उनके पुत्र ओमप्रकाश ठाकुर के आवेदन पर पूर्व प्रमुख समेत छह लोगों को नामजद किया गया है. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष अवधेश झा ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. […]
पताही, मोतिहारीः बखरी चंपापुर पंचायत की मुखिया अंजू देवी के ससुर महेश ठाकुर की हत्या के मामले में उनके पुत्र ओमप्रकाश ठाकुर के आवेदन पर पूर्व प्रमुख समेत छह लोगों को नामजद किया गया है. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष अवधेश झा ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अपने आवेदन में ओमप्रकाश ने कहा कि गांव से बखरी जाने के लिए पक्की सड़क का निर्माण कार्य सुधा इंटर प्राइजेज द्वारा कराया जा रहा है. इस कार्य की देखरेख में लगे इन आरोपितों ने पिछले दिनों उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी.
प्राथमिकी में पूर्व प्रमुख मुकेश साह, सियाराम राम, रामेश्वर दास, चंद्रकिशोर राय, लालबाबू राम व मोहन राम को अभियुक्त बनाया गया है. इसमें से पुलिस ने मुकेश साह, रामेश्वर दास व सियाराम राम को गिरफ्तार कर लिया है. घटना की सूचना पाकर डीएसपी उमेश्वर चौधरी स्थल का बिंदुवार निरीक्षण किया. गौरतलब है कि गुरुवार की रात करीब नौ बजे हथियारों से लैस हमलावरों ने अपनी घर के दरवाजे पर बैठे महेश ठाकुर की गोल मार कर हत्या कर दी थी. वारदात के समय मुखिया अंजू देवी व मुखिया पति ओमप्रकाश किसी काम के सिलसिले में मोतिहारी गये थे. जो उस समय तक घर नहीं लौटे थे.
नहीं रूक रहा हत्या का सिलसिला
बखरी चंपापुर में स्व ठाकुर की हत्या कोई पहली घटना नहीं है. बल्कि यह क्षेत्र में हुई पांचवीं हत्या है. सर्वप्रथम दाफादार जामादार सिंह की हत्या वर्ष 1999 में हुई थी. इसके बाद दुखन राम की हत्या हुई. 2006 में विश्वनाथ राय की हत्या, 26 जनवरी 2011 में पूर्व मुखिया शिवजी सिंह की हत्या की गयी. गुरुवार की रात्रि को चंपापुर में की गयी मुखिया के ससुर की हत्या उस गांव में हुई पांचवीं हत्या है. हाल यह है कि पूरा चंपापुर नक्सलियों की जद में है. ये सभी हत्याएं नक्सलियों के नाम पर ही किये गये हैं. वहीं, प्रशासन इन हत्याओं को नक्सली वारदात मान कर कोई कदम नहीं उठा रही है.