हाकिम बन हड़काते,बेचारी जनता क्या करे
ये कैसा व्यवहार : सरकार की लोक संवेदना नीति बेअसर, निर्देशों का नहीं हो रहा अनुपालन मोतिहारी : सरकार की लोक संवेदना नीति जिले में लोक चर्चा बन कर रह गयी है़ हांलांकि कहीं-कहीं इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है़ लोक व्यवहार को लेकर कर्मियों एवं पदाधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया […]
ये कैसा व्यवहार : सरकार की लोक संवेदना नीति बेअसर, निर्देशों का नहीं हो रहा अनुपालन
मोतिहारी : सरकार की लोक संवेदना नीति जिले में लोक चर्चा बन कर रह गयी है़ हांलांकि कहीं-कहीं इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है़ लोक व्यवहार को लेकर कर्मियों एवं पदाधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है. कई कार्यशालाएं आयोजित की गयी. बावजूद इसके पद और कुर्सी का नशा आज भी पदाधिकारियों एवं बाबुओं के सर चढ़ कर बोलता दिख रहा है़
इसके कारण आमजन एवं शासनतंत्र से जुड़े लोगों के बीच की खाई यथावत बनी हुई है़ दोस्ताना व्यवहार करने की इस योजना का कुछ खास असर नहीं दिख रहा है़ कार्यालयों में आनेवाले लोगों के साथ किस प्रकार का लोक व्यवहार हो रहा है़ इसकी पड़ताल करने के क्रम में कई मामले सामने आय़े. जो सरकारी कर्मियों एवं पदाधिकारियों के तानाशाही मनोभावना को दर्शाता है़