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नेपाली रेलवे पर 1328 करोड़ खर्च करेगा भारत

रक्सौल : भारत सरकार की विदेश नीति के तहत हम पड़ोसियों का विकास चाहते हैं. भारत सरकार नेपाल में रेलवे के विकास के लिए चार प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. दो प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है, जबकि दो पर शीघ्र काम शुरू होने वाला है. इसके लिए सरकार ने 1328 करोड़ रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2015 5:49 AM
रक्सौल : भारत सरकार की विदेश नीति के तहत हम पड़ोसियों का विकास चाहते हैं. भारत सरकार नेपाल में रेलवे के विकास के लिए चार प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. दो प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है, जबकि दो पर शीघ्र काम शुरू होने वाला है. इसके लिए सरकार ने 1328 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है. यह बातें गृह मंत्रालय(सीमा समन्वय) विभाग की सचिव स्नेहलता कुमार ने नेपाल के वीरगंज में आयोजित इंडो-नेपाल बॉर्डर समिट में कहीं.
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट के अंतर्गत जोगबनी-विराटनगर, जयनगर-बर्दिवास, नौतनवा-भैरहवा व न्यू जलपाइगुड़ी-काकड़भिट्टा के बीच रेल लाइन का निर्माण होना है. जिसमें जोगबनी व जयनगर में काम चल रहा है. दोनों देशों के सीमाई इलाकों के विकास के लिए भारत-नेपाल सीमा पर चार नाकों पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) बनाने की योजना है. इनमें दो पर काम चल रहा है. रक्सौल-वीरगंज, जोगबनी-विराटनगर आइसीपी पर काम चल रहा है. वहीं सोनौली-भैरहवा, नेपालगंज रोड-नेपालगंज में आइसीपी का निर्माण होना है. कहा कि नेपाल के विकास के लिए करीब 227 छोटे प्रोजेक्ट पूरे किये जा चुके हैं व 400 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. जल संसाधन के क्षेत्र में डैम व हाइड्रो पॉवर के लिए काम चल रहा है. साथ ही लगभग चार हजार नेपाली छात्र-छात्राओं को छात्रवृति दी गयी है.
उन्होंने कहा, नेपाल भारत का अभिन्न मित्र है. नेपाली नागरिक भारत की सीमा की रखवाली करते हैं, यह दुनिया के लिए मिसाल है. इसका प्रमाण है कि गोरखा रेजिमेंट में लगभग 40 हजार सैनिक नेपाली हैं. भारत व नेपाल के बीच भौतिक, भगौलिक व सांस्कृतिक समानताएं सदियों से है. यह आज भी बरकरार है.
नयी क्रॉस बॉर्डर पॉलिसी की जरूरत
स्नेहलता ने दोनों देशों के बीच क्रॉस वॉर्डर पॉलिसी की वकालत की. कहा कि यह समय की जरूरत है. इससे लोकल लेवल पर भी सीमा की छोटी-मोटी समस्याओं का समाधान हो सकता है. बॉर्डर सहयोग परिषद बनाया जाये, जिसमें जनप्रतिनिधि, समाजसेवी व अधिकारियों की सहभागिता हो. उन्होंने दोनों देशों के संबंध को यूनिक बताते हुए इसके विकास की कामना की.
भारत सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर
इस दौरान नेपाल कस्टम के डिप्टी डायरेक्टर जनरल दामोदर रेग्मी ने कहा कि हम साथ मजबूती के साथ काम करना चाहते हैं. भारत हमारा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. वहीं नेपाल सरकार के पूर्व गृह राज्य मंत्री रिजवान अंसारी ने कहा कि हम भारत को सुपर पॉवर बनते हुए देखना चाहते हैं, क्योंकि अगर भारत का विकास होगा तो नेपाल का भी विकास होगा.
सीमाई इलाकों में बने स्मार्ट सिटी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राजदूत व सीमा मामलों के जानकार लोकराज बराल ने कहा कि पर्यटक भारत के रास्ते नेपाल आते हैं. जिस तरह से नेपाली शहरों का विकास हुआ है, उसी तरह भारतीय शहरों का भी विकास होना चाहिए. स्मार्ट शहर बनाये जायें, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधाएं मिल सकें.

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