साधारण किसान परिवार में जन्मा था मुखिया
मोतिहारी/तुरकौलिया : शंकर सरैया उतरी पंचायत के मुखिया कृष्णा प्रसाद का जन्म एक सधारण किसान परिवार में हुआ था़ उसके पिता योंगेंद्र प्रसाद गुप्ता ने 85 के दशक तक शहर के हेनरी बाजार स्थित एक व्यवसायी के किराना दुकान में सेल्समैन का काम किया़ उन्होंने व्यवसायी के पास 40 सालों तक सेल्समैन की नौकरी कर […]
मोतिहारी/तुरकौलिया : शंकर सरैया उतरी पंचायत के मुखिया कृष्णा प्रसाद का जन्म एक सधारण किसान परिवार में हुआ था़ उसके पिता योंगेंद्र प्रसाद गुप्ता ने 85 के दशक तक शहर के हेनरी बाजार स्थित एक व्यवसायी के किराना दुकान में सेल्समैन का काम किया़ उन्होंने व्यवसायी के पास 40 सालों तक सेल्समैन की नौकरी कर घर की रोजी-रोटी चलायी़
उनका शरीर थकने लगा तो नौकरी छोड़ गांव पर खेतीबारी शुरू कर दी़ ग्रामीण बताते हैं कि 1998 में योगेंद्र प्रसाद की मृत्यु हो गयी़ इससे पहले कृष्णा घर का बोझ उठा लिया था़ उसने कुछ पैसा सूद-ब्याज पर लगाया, उससे अच्छी आमदनी होने लगी़ ग्रामीणों का कहना है कि सूद-ब्याज के कारोबार से कृष्णा करोड़पति तक का सफर तय किया है़ उसने पिछले पंचायत चुनाव में मुखिया के लिए चुनाव लड़ा़ पंचायत के लोगों के बीच अच्छी पकड़ होने के कारण चुनाव जीत गया़
कृष्णा भाजपा व भाई जदयू कार्यकर्ता
मुखिया कृष्णा प्रसाद चार भाई है़ सबके बीच बंटवारा हो गया है. उनका अपना अलग-अलग कारोबार है़ ग्रामीण बताते हैं कि मुखिया भाजपा कार्यकर्ता हैं, जबकि उनका भाई राजकुमार जदयू का कार्यकर्ता है़ सूद-ब्याज के कारोबार में पैसा कमाने के बाद राजनीति में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की़ वह भाजपा से जुड़ा, उसके बाद पिछले पंचायत चुनाव में पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ा और जीत गया़