नेपाल से घर पहुंचा 100 लोगों का जत्था

गोविंदगंज : रढिया पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर छह के बीन टोली से नेपाल गये परदेशियों का जत्था सोमवार को घर पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया़ उक्त टोला के 50 परिवार के लगभग 150 व्यवसायी व मजदूर नेपाल के अलग-अलग जगहों पर फ ल बेचने व मजदूरी का काम करते है़ बीते सोमवार की शाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 1:19 AM
गोविंदगंज : रढिया पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर छह के बीन टोली से नेपाल गये परदेशियों का जत्था सोमवार को घर पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया़ उक्त टोला के 50 परिवार के लगभग 150 व्यवसायी व मजदूर नेपाल के अलग-अलग जगहों पर फ ल बेचने व मजदूरी का काम करते है़ बीते सोमवार की शाम तक लगभग 100 मजदूरों का जत्था अपने गांव पहुंच गया है़, जिससे गांव में खुशी का माहौल है़
वहीं मायूस परिवार वाले के घर चूल्हा चौकी जलना शुरू हो गया है़ कोई अपने बेटे तो कोई अपने पति तो कोई अपने दमाद के गले से लिपट कर रो रहे है़
वहीं जिउती देवी ने अपने बेटे नवीन साह को देखते ही खुशी से आंख से आंसू छलक गयी़ वहीं भगवान का शुक्र गुजार करते हुए कहा कि हे भगवान राउर महिला अपरमपार बा की हमनी के बिछडील बेटा के मिला देनी़ उस समय गांव के ग्रामीणों का जमावड़ा बीन टोली में ही हो गया था़ किसी के आंखों में आशु तो किसी को खुशी का आंसु था़ सभी एक-दूसरे से मिलकर खुशी का इजहार करते हुए भगवान को दुआ देते रह़े प्रदेश से अपने घर वापस लौटे हिरालाल, कंचन, मंचन, शिवपूजन सहित अन्य लोगों ने प्रभात खबर टीम को बताया कि हमलोगों को वहां कुछ सूझ नहीं रहा था कि हमलोग कहां जाय़े हमलोग इधर-
उधर लगभग दस किलोमीटर पैदल चलते रह़े बाद में हमलोग दक्षिणी काली जगह पर भुखे-प्यासे किसी तरह पहुंच़े वहां पर हमलोगों को एक स्कूली बस मिला, जहां पे बस चालक से बात कर नेपाली एक-एक हजार प्रति व्यक्ति देकर विनती किया तो सकुशल हमलोग को वीरगंज तक पहुंचाया़ वहीं वीरगंज से अपने देश रक्सौल पहुंचकर हमलोगों को किसी संस्था के द्वारा लगाये गये
शिविर में भोजन पानी मिला, जहां पे हमलोगों ने राहत की सांस ली़ वहीं मंगलवार की सुबह पहुंचे देवीलाल साह व परमा साह सहित अन्य सात फ ल व्यवसायियों का जत्था ने बताया कि हमलोगों को काठमांडू से वीरगंज आने के लिए गाडी नहीं मिल रही थी और न ही सरकार द्वारा मदद मिल पाया़
हमलोग काठमांडू हवाईअड्डा किसी तरह पहुंच कर वहां से हवाई जहाज से पटना पहुंचे, जहां से हमलोग बस से अपने घर पहुंचे है़ इतना कहते ही व्यवसायी देवीलाल फ फ क-फ फ क कर रोने लगा और कहा कि हमलोग अपने घर पहुंच गय़े भगवान का काफ ी शुक्रगुजार हूं.

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