मोतिहारीः जिले के लगभग आधा दर्जन शिक्षकों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर राष्ट्रस्तर पर अपनी पहचान बनायी है. साथ ही जिले का मान भी बढ़ाया है. अपनी कर्मठता व कुशल कार्य क्षमता के बल पर राष्ट्रपति से पुरस्कृत शिक्षक आज शिक्षा जगत में बेहतर उदाहरण व अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा श्रोत बने हुए है. राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों में गोपाल साह उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजय कुमार व सेवानिवृत्त शिक्षक बाबूलाल झा, मंगल सेमिनरी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी व संस्कृत उच्च विद्यालय नौरगिंया गोपालपुर के शिक्षक हरिहर नाथ सिंह शामिल हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने पर गोपाल साह विद्यालय मोतिहारी के सहायक शिक्षक बाबूलाल झा को पांच सितंबर 2000 को राष्ट्रपति केआर नारायणन के द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था. इस संबंध में श्री झा ने बताते हैं कि उच्च गणित व भौतिकी में इनके सभी छात्रों ने प्रथम श्रेणी से सफलता प्राप्त की थी. कई राष्ट्रीय कार्यशाला में शामिल होने वाले श्री झा वर्तमान में विज्ञान कांफ्रेंस के जिला समन्वयक है. उन्होंने विज्ञान स्मारिका नाम पत्रिका का संपादन भी किया है. वर्तमान समय में जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी व विज्ञान कांफ्रेंस के कार्यक्रम में श्री झा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
गोपाल साह विद्यालय मोतिहारी के प्रधानाध्यापक 2005 में राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित हुए थे. जिन्हें 2006 में भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था. शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान, छात्रों के बीच एनसीसी के माध्यम से अनुशासन व एकता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक विजय कुमार कहते हैं पांच सितंबर 2006 उनके जीवन का सबसे यादगारव महत्वपूर्ण दिन है. इस दिन वे राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए थे. शिक्षा कार्य में कुशलता तथा सामाजिक कार्यों में विशेष रुचि रखने के कारण श्री कुमार को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था. वर्तमान समय में श्री कुमार इसी विद्यालय के एचएम हैं. इस विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर काम करते हुए उन्हें यह पुरस्कार प्राप्त हुआ था.
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा बच्चों का बेहतर परिणाम, छात्रओं की संख्या बढ़ाने के लिए मंगल सेमिनरी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मीना कुमारी को पांच सितंबर 2007 को राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था. महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील के हाथों सम्मानित मीना कुमारी बताती हैं कि 2007 में वे बालिका उच्च विद्यालय चकिया की एचएम थीं. इस समय विद्यालय की आधा से अधिक जमीन पर अतिक्रमण. विद्यालय को अतिक्रमणमुक्त करा कर उन्होंने एक साहसिक कदम उठाया था.
शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने, बाढ़ पीड़ितों की मदद करने, पल्स पोलियो अभियान में उत्कृष्ट सेवा देने, पौधरोपन कराने, कमजोर छात्रों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने के लिए संस्कृत उच्च विद्यालय के शिक्षक हरिहर नाथ सिंह को 2012 में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. राष्ट्रीय पुरस्कार पाने में राम एकबाल सिंह व विश्वनाथ सिंह भी शामिल हैं. जिन्हें उत्कृष्ट कार्यों के बदौलत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है.