छूट गयी ट्रेन, नहीं हो सका अपनों का दीदार

रक्सौल : रेल प्रशासन द्वारा काठमांडू के भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए रक्सौल से हावड़ा जाने वाली मिथिला एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच लगाये गये थे. बाजवूद इसके लोगों की भीड़ इस कदर रही कि सैकड़ों लोग ट्रेन में सवार नहीं हो सके. स्टेशन परिसर में लोगों की भीड़ इस कदर थी कि स्टेशन पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2015 12:29 AM

रक्सौल : रेल प्रशासन द्वारा काठमांडू के भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए रक्सौल से हावड़ा जाने वाली मिथिला एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच लगाये गये थे. बाजवूद इसके लोगों की भीड़ इस कदर रही कि सैकड़ों लोग ट्रेन में सवार नहीं हो सके. स्टेशन परिसर में लोगों की भीड़ इस कदर थी कि स्टेशन पर पांव रखने की भी जगह नहीं दिखी.

बुधवार को भारत सरकार के निर्देश पर मिथिला में सात अतिरिक्त बोगियां जोड़ी गयी थी. इसमें छह सामान्य श्रेणी व एक स्लिपर बोगी थी.

ट्रेन के आने से पूर्व ही आरपीएफ व जीआरपी द्वारा ट्रेन में चढ़ने वालों की लाइन बना दी. इसके बाद जब ट्रेन आया तो लोग आनन-फानन में चढ़ने लगे और देखते ही देखते पूरी बोगी भर गयी. स्टेशन पर लोगों की भीड़ इस कदर थी कि लोगों का इधर से उधर जाना मुश्किल हो

रहा था.

सरकार के निर्देश पर स्टेशन पर आरपीएफ व जीआरपी के स्थानीय अधिकारी व जवान लोगों को सुरक्षित ट्रेन में चढ़ाते दिखे. वहीं स्टेशन परिसर में भोला साह व उसके सहयोगियों द्वारा भूकंप पीड़ितों की सेवा में राहत शिविर चलाया जा रहा है, जहां उन्हें भरपेट भोजन कराया जा रहा है.

वहीं भूकंप में घायल हुए लोगों को सुरक्षित बोगी में चढ़ाने के लिए आरपीएफ व जीआरपी के जवान सहयोग कर रहे थे.

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