रक्सौल से कन्याकुमारी तक फ्री टिकट
रक्सौल : पड़ोसी देश नेपाल भूकंप से तबाह हो गया है. हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि पहले बचाव, उसके बाद राहत का काम किया जाये. फिर नेपाल की पुनस्र्थापना की जाये. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकल्पित हैं. ये बातें केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्री अनंत कुमार ने रक्सौल में बिहार सरकार की ओर […]
रक्सौल : पड़ोसी देश नेपाल भूकंप से तबाह हो गया है. हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि पहले बचाव, उसके बाद राहत का काम किया जाये. फिर नेपाल की पुनस्र्थापना की जाये. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकल्पित हैं. ये बातें केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्री अनंत कुमार ने रक्सौल में बिहार सरकार की ओर से चलाये जा रहे बेस कैंप व एसएसबी के राहत कैंप के निरीक्षण के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि नेपाल में भूकंप के बाद प्रधानमंत्री ने सबसे पहले बचाव व राहत के लिए कई टीमें नेपाल भेजी.
राहत व बचाव कार्य प्रधानमंत्री की निगरानी में किया जा रहा है. हमें इसके सर्वेक्षण के लिए भेजा गया है. रक्सौल के रास्ते ही नेपाल में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है. इसके लिए एसएसबी की 50 बसें लगायी गयी हैं. हमारा प्रयास है कि जो लोग रक्सौल पहुंचे उन्हें बेहतर तरीके से उनके घर पहुंचाया जाये. इसके लिए हमलोगों ने विशेष ट्रेनें चलायी हैं, इसके लिए जीरो रुपया का टिकट लग रहा है.
रक्सौल से कन्याकुमारी तक पीड़ित लोग फ्री में जा सकते हैं. काठमांडू के साथ-साथ नेपाल के नौ जिले भी प्रभावित हैं. काठमांडू में बचाव व राहत का काम अच्छे से चल रहा है. अब उनके अन्य नौ जिलों में टीमें भेजी जा रही है. अनंत कुमार ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक स्वामीनाथन ने कहा है कि गुजरात के कच्छ इलाके की तरह नेपाल में पुनस्र्थापना होनी चाहिए. हमारी सरकार कच्छ मॉडल अपना कर नेपाल में पुनस्र्थापना करेगी.
उन्होंने रक्सौल के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि रक्सौल के लोग व एसएसबी मिल कर बेहतर तरीके से राहत शिविर चला रहे हैं.
हमारे सांसद व विधायक इस काम में लगे हुए हैं. अब तक इस रोड से 34 हजार लोग निकाले जा चुके हैं, इसमें 12 हजार लोगों एसएसबी कैंप में राहत दी गयी. 23 लोगों को बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है. केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि हमलोग पहले दिन से नेपाल में बेहतर राहत बचाव का काम किया है.
हमारे प्रयास को विपक्ष के साथ-साथ दूसरे देशों द्वारा भी सराहा गया है. विश्व के देश अपने नागरिकों को नेपाल से निकालने के लिए सहयोग मांग रहे हैं. मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव, एमएलसी संजय मयूख, सांसद डॉ संजय जायसवाल, विधायक डॉ अजय कुमार सिंह, सचिंद्र सिंह, कृष्णनंदन पासवान, प्रमोद कुमार, महेश अग्रवाल, प्रो अनिल कुमार सिन्हा, वीरगंज वाणिज्य दूतावास की कांउसेलेट जनरल अंजू रंजन सहित अन्य मौजूद थे.
.. और चुप हो गये मंत्री जी
रक्सौल. केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि दुनिया के देश हमारे प्रयास की सराहना कर रहे हैं. हमसे अपने नागरिकों को नेपाल से निकालने के लिए मदद मांग रहे हैं. लेकिन जब ‘प्रभात खबर’ ने उनसे सवाल किया कि 17 देशों के 26 नागरिक मंगलवार की रात 10 बजे से बिहार टूरिज्म की बस से वीरगंज पहुंचे हैं और बुधवार एक बजे तक कागजात जांच के लिए भारतीय कस्टम के पास फंसे हुए हैं, इस पर उनका क्या कहना है तो श्री सिंह ने सवाल का जवाब नहीं दिया और उठ कर निकल लिये.