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विषय के अनुरूप कॉलेजों में नामांकन की होड़

मोतिहारी : 12 वीं की परीक्षा के बाद छात्र-छात्राओं को परीक्षाफ ल के प्रकाशन का इंतजार है़ 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद छात्र जिस क्षेत्र में आना कैरियर बनाना चाहते हैं, उससे संबंधित विषय में नामांकन की तैयारी में लग जाते है़ नामांकन को लेकर जिला मुख्यालय के कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ […]

मोतिहारी : 12 वीं की परीक्षा के बाद छात्र-छात्राओं को परीक्षाफ ल के प्रकाशन का इंतजार है़ 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद छात्र जिस क्षेत्र में आना कैरियर बनाना चाहते हैं, उससे संबंधित विषय में नामांकन की तैयारी में लग जाते है़
नामांकन को लेकर जिला मुख्यालय के कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ देखने को मिलती है़ निर्धारित सीट से ज्यादा आवेदन आने के कारण कॉलेजों के प्राचार्य की परेशानी बढ़ जाती है़ कारण कि नामांकन के समय कॉलेज प्रशासन को विश्वद्यिालय द्वारा लागू किये गये नियमों व आरक्षण के नियमों का पालन करना पड़ता है़ ऐसी स्थिति में प्राचार्यो पर नामांकन को लेकर अतिरिक्त दवाब पड़ने लगता है़
50 प्रतिशत सीटों पर मेरिट लिस्ट के अनुसार नामांकन
विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार स्नातक में नामांकन करते समय 50 प्रतिशत सीट पर मेरिट लिस्ट के अनुसार नामांकन होता है, जिसमें सभी श्रेणी के छात्र आते है़ शेष 50 प्रतिशत सीट पर आरक्षण के अनुसार नामांकन होता है़ इसकी जानकारी देते हुए पीयूपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ कर्मात्मा पांडेय ने बताया कि आरक्षित 50 प्रतिशत सीट में 12 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग, तीन प्रतिशत पिछड़ा वर्ग महिला, 18 प्रतिशत अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 15 प्रतिशत एससी/एसटी व दो प्रतिशत जनजाति छात्रों का नामांकन किया जाता है़ ऐसी स्थिति में सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं के नामांकन का राह आसान नहीं है़
विषय के अनुसार करते हैं कॉलेज का चयन
स्नातक 11 वीं के छात्र-छात्राएं पसंदीदा विषय के अनुसार कॉलेज का चुनाव करते है़ं गणित व विज्ञान के छात्र एमएस कॉलेज व पीयूपी कॉलेज में नामांकन कराना पसंद करते हैं एमएस कॉलेज व पीयूपी कॉलेज में कॉमर्स की पढ़ाई होने के कारण दोनों कॉलेजों पर छात्रों का जोर रहता है़
अपने छात्रों को कॉलेज देता है रिवेट
नामांकन के समय कॉलेज अपने छात्रों को रिवेट देता है़ नामांकन के समय कॉलेज प्रशासन द्वारा मेरिट लिस्ट निकाला जाता है़ उसमें दूसरे कॉलेज के छात्रों की तुलना में अपने कॉलेज की छात्रों का नामांकन में कुछ छूट दी जाती है़ यदि अन्य कॉलेजों के छात्रों का नामांकन 70 प्रतिशत अंक पर होता है तो अपने कॉलेज के छात्रों का नामांकन 65 प्रतिशत अंक पर किया जाता है़
सायंस के छात्रों की पसंद एमएस कॉलेज
एमएस कॉलेज में विज्ञान व गणित के छात्र नामांकन कराना चाहते है़ं इस कॉलेज में विज्ञान व गणित के उपलब्ध सीट ज्यादा आवेदन आने पर प्राचार्य की परेशानी बढ़ जाती है़ एमएस कॉलेज के स्नातक प्रथम खंड में प्रष्ठिा विषय में सायंस विभाग में 752, कला में 1584 व वाणिज्य में 360 सीट है़ इसकी जानकारी देते हुए एमएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ उपेंद्र कुंवर ने बताया कि भौतिकी में 240, केमेस्ट्री में 128, बॉटनी में 128, जूलॉजी में 128 व गणित में 128 सीट है़ं, जबकि मनोविज्ञान में 256, इतिहास मेकं 432, अर्थशास्त्र में 288, पोल सायंस में 320, फि लॉस्पी में 64, हिंदी में 96, अंग्रेजी में 96 व उर्दू में 32 सीट है़ं इस कॉलेज के गौरवपूर्ण इतिहास को देखते हुए वहां नामांकन के लिए होड़ रहती है़
छात्र-छात्राओं की पहली पसंद है पीयूपी कॉलेज
जिला मुख्यालय के कॉलेजों में पीयूपी कॉलेज छात्र-छात्राओं की पहली पसंद है़ इस कॉलेज में विज्ञान वाणिज्य व कला की स्नातक की पढ़ाई होती है़ इस कॉलेज में वाणिज्य, विज्ञान व संगीत व भोजपुरी, गृहविज्ञान व मनोविज्ञान के लिए छात्रों की भीड़ रहती है़
कॉलेज में वाणिज्य में कुछ 434 सीट है़ इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ कर्मात्मा पांडेय ने बताया कि विज्ञान में कुल 480 सीट है, जबकि कला विषय में 2468 सीट है़ स्नातक प्रतिष्ठा के केमेस्ट्री विषय में 96, भौतिकी में 96, बॉटनी में 96, जुलॉजी में 96 व गणित में 96 सीट है़, जबकि कला में पॉल सायंस में 384 , इतिहास में 384, सोसलॉजी में 192, अर्थशास्त्र में 192, गृहविज्ञान में 192, भूगोल में 192, एनसीएंट हिंदी में 120, फि लॉस्पी में 120, हिंदी में 192, अंग्रेजी में 192, उर्दू में 192, संगीत में 36 व भोजपुरी में 80 सीट है़
एलएनडी कॉलेज में कला व विज्ञान की होती है पढ़ाई
जिला मुख्यालय के एलएनडी कॉलेज में विज्ञान व कला की पढ़ाई होती है़ यहां भूगोल पढ़नेवाले छात्र अपना नामांकन कराना चाहते हैं इस कॉलेज में विज्ञान प्रतिष्ठा विषयों में कुल् 224 सीट हैं, जबकि कला में 1165 सीट है़ इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज के प्राचार्य सीएम सिंह ने बताया कि भौतिकी में 96, रसायन में 48, बॉटनी में 32 व जूलॉजी 48 सीट है़ वहीं स्नातक कला प्रतिष्ठा विषयों में भूगोल के 208, मनोविज्ञान में 240, इतिहास में 400, अर्थशास्त्र में 160, फि लॉस्पी में 16, हिंदी में 96, अंग्रेजी में 32 व उर्दू में 16 सीट है़
महिला कॉलेज में मनोविज्ञान व होम साइंस की पढ़ाई
डा एसके सिन्हा महिला कॉलेज जिले का एक मात्र महिला कॉलेज है़ जहां स्नातक की पढ़ाई होती है़
इस कॉलेज में सबसे ज्यादा नामांकन मनोविज्ञान व गृह विज्ञान मे होता है़ इस कॉलेज में कला में 1232 सीट स्नातक प्रतिष्ठा है, जबकि विज्ञान में 160 सीट है़ इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज के प्राचार्य डा विजयेंद्र नारायण ने बताया कि स्नातक प्रथम खंड प्रतिष्ठा में मनोविज्ञान में 304, गृह विज्ञान में 304, इतिहास में 352, अर्थशास्त्र में 32, पॉल सायंस में 64, फि लॉस्पी में 48, हिंदी में 64, अंग्रेजी में 32 व उर्दू में 32 सीट है़, जबकि भौतिकी में 16, रसायन में 32, बॉटनी में 32, जूलॉजी में 64 व गणित में 16 सीट है़
एसएनएस कॉलेज में कला व विज्ञान की होती है पढ़ाई
एसएनएस कॉलेज में स्नातक में विज्ञान व कला की पढ़ाई होती है़
इस कॉलेज में दो विभागों को मिला कर लगभग 1500 सीट है़ इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने बताया कि कॉलेज में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पोल साइंस, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, इतिहास, फि लॉस्पी, गणित, भौतिकी, केमेस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी की पढ़ाई होती है़

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