दिन में हिली धरती, भागी रात की नींद
मोतिहारी : तारीख 25 अप्रैल, इसने एक सप्ताह तक लोगों की आंखों से नींद चुरा ली थी़ दहशत के साये में परिवार के साथ घर से बाहर रात गुजारने वाले लोग भूकंप के उस जोरदार झटके की खौफ से उबरने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मंगलवार को फिर 7़1 की तीव्रता से आयी भूकंप […]
मोतिहारी : तारीख 25 अप्रैल, इसने एक सप्ताह तक लोगों की आंखों से नींद चुरा ली थी़ दहशत के साये में परिवार के साथ घर से बाहर रात गुजारने वाले लोग भूकंप के उस जोरदार झटके की खौफ से उबरने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मंगलवार को फिर 7़1 की तीव्रता से आयी भूकंप के झटके ने लोगों को पहले से ज्यादा डरा दिया़ किसी तरह लोगों ने दिन तो काट लिया, लेकिन शाम ढलते ही रात पहाड़ सी लगने लगी़ रात कैसे कटेगी इसको लेकर सभी परेशान थ़े चांदमारी के अभिषेक कुमार कहते है कि घर में सोना खतरे से खाली नहीं है़
परिवार के साथ खुले मैदान में ही रात गुजरेगी़ बलुआ गोपालपुर मनीष कुमार ने कहा पहले से ज्यादा डर लग रहा है़ घर में रहने की हिम्मत नहीं हो रही़ परिवार के साथ दरवाजे पर ही रात बिताना है़ गायत्री नगर मुहल्ला के आलोक कुमार ने कहा कि भूकंप से परिवार के सभी सदस्य सहम गये है़
कोई घर के अंदर सोने को तैयार नहीं हो रहा़ रात गुजारने के लिए दरवाजे पर इंतजाम किया गया है़ वहीं खाना होटल से आयेगा, क्योंकि घर की महिलाएं खाना बनाने के लिए घर में जाने से डर रही है़ यह स्थिति हर जगह बनी है़ दहशत के कारण लोगों की आंखों से नींद उड़ गयी़ अपना ही घर फिर डरावना लगने लगा़ घरों से बाहर खुले मैदान में लोगों ने रात गुजारने की व्यवस्था की है़