सोमेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ा जन सैलाब
अरेराज: अनंत चतुर्दशी के मौके पर श्रद्धा एवं आस्था का जन सैलाब सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए उमड़ा पड़ा. इस मौके पर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने भोले शंकर पर जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने की मांग की. सोमवार की रात्रि करीब सात बजे के बाद से ही पुरुष-महिला श्रद्धालु […]
अरेराज: अनंत चतुर्दशी के मौके पर श्रद्धा एवं आस्था का जन सैलाब सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए उमड़ा पड़ा. इस मौके पर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने भोले शंकर पर जल अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने की मांग की. सोमवार की रात्रि करीब सात बजे के बाद से ही पुरुष-महिला श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध होने लगे और मंदिर के आसपास जमा होने लगे. रात्रि करीब दस बजे से ही डाक बमों का आना शुरू हो गया. बोलबम, जय शिव के जयकार से पूरा वातावरण शिवमय हो गया था. जहां पुरुष-महिला श्रद्धालुओं में भोले शंकर के दर्शन के लिए बेचैनी थी, वहीं युवा डाक बम भी उत्साहित थे. भक्तों की बेचैनी एवं भीड़ देखकर एसडीओ शंभु शरण पांडेय व बीडीओ भगवान उपाध्याय ने पहल कर रात्रि 12.20 बजे ही मंदिर प्रबंधन की प्रथम पूजा के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का मुख्य द्वार खोलवा दिया.
वहीं, इसको लेकर अरेराज एवं कांवरिया पथ को दुल्हन की तरह सजा दिया गया था. जगह-जगह प्रोजेक्टर लगाकर, कीर्तन-भजन कराकर कांवरियों का मनोरंजन किया जा रहा था. भादा पुल पर मुखिया पुत्र एहतेश्याम खां के नेतृत्व में कांवरियों का की जा रही सेवा हिंदू-मुसलिम एकता का मिशाल कायम कर रहा था. ऐसा लग रहा था. मानो कलियुग धर्म आस्था के सामने रूक गया है. कांवरिया पथ की झाझा एसडीओ शंभु सुनील कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील मार्तण तिवारी रात भर भ्रमणशील रहे.
बैरेकेडिंग : प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए डाकबम एवं साधारण बम का अलग-अलग बैरेकेटिंग बनाया गया था. जहां कतारबद्ध ढंग से पूजा होती रही.
नियंत्रण कक्ष : मंदिर परिसर में नियंत्रण कक्ष बना था. जहां दंडाधिकारी अपने कर्तव्य पर डटे रहे एवं क्लोज सर्किट टीवी पर नजर रख रहे थे. दो अन्य स्थानों पर भी कांवरिया की सुविधा के लिए नियंत्रण कक्ष खोला गया था.
खोया-पाया कार्यालय : मंदिर परिसर में खोला-पाया कार्यालय कार्यरत रहा. भूले हुए एवं बिछड़े लोगों का अपनों से मिलाने के लिए स्वयं सेवक आलोक ऋषि व ओपी थानाध्यक्ष आरके भानु तत्पर थे.
सुरक्षा : मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा था. गर्व गृह में महिला-पुरुष सेवी जहां कमान संभाले हुए थे. वहीं, बाहरी परिसर में पुरुष बल, सशस्त्र बल व अधिकारी गण मोर्चा संभाले हुए थे. प्रभारी डीएसपी श्याम किशोर प्रसाद रात्रि एक बजे तक तो इसके बाद डीएसपी आलोक ने सुरक्षा की कमान संभाली. सभी संवेदन शील स्थानों पर पुलिस बल व कांवरिया पथ में हरसिद्धि थानाध्यक्ष जयप्रकाश प्रसाद सशस्त्र बल के साथ गश्त कर रहे थे.
स्वास्थ्य शिविर : मंदिर परिसर में रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ यूके मिश्र स्वयं स्वास्थ्य शिविर में रात भर सेवा देते रहे. शिविर में स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत देखे गये. अस्पताल प्रबंधक विजय चंद्र झा एवं अस्पताल निरीक्षक आदित्य रंजन स्वास्थ्य शिविर का जायजा लेते रहे. डॉ विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में मेडिकल मोबाइल यूनिट ज्यादा कारगर साबित हो रहा था.
सर्वत्र कीर्तन अष्टयाम : अरेराज मेला में सभी जगहों पर कीर्तन एवं अष्टयाम चरम सीमा पर देखा गया. गेरूआ वस्त्रधारियों से मेला पट गया था.
स्वयं सेवकों की भूमिका : मंदिर परिसर में भूतपूर्व सैनिक संघ एवं उत्साही स्वयं सेवी युवक कार्यरत थे. मौके पर गोविंदगंज थानाध्यक्ष संजीव कुमार, पंकज कुमार, सैफ अहमद खां, सीओ कृष्ण मोहन पाठक, ऋषि गिरि, कोषाध्यक्ष व्यास पांडेय, मदन मोहन नाथ तिवारी, सदस्य मनोज कुमार, जयगोविंद यादव, बंगाली राम व विनय बिहारी वर्मा तत्पर थे.