हाजत न मालखाना, जर्जर भवन में थाना
आठ पुलिसकर्मियों के कंधे पर 30 हजार लोगों के सुरक्षा का भार रक्सौल : प्रखंड के भेलाही, पुरंदरा सहित दो अन्य गांवों के लगभग तीस हजार की आबादी की सुरक्षा की जिम्मेवारी आठ पुलिसकर्मियों के कंधे पर है. लेकिन लोगों को सुरक्षा पहुंचाने वाले ये जवान स्वयं सुरक्षित नहीं हैं. ओपी भवन की जर्जरता का […]
आठ पुलिसकर्मियों के कंधे पर 30 हजार लोगों के सुरक्षा का भार
रक्सौल : प्रखंड के भेलाही, पुरंदरा सहित दो अन्य गांवों के लगभग तीस हजार की आबादी की सुरक्षा की जिम्मेवारी आठ पुलिसकर्मियों के कंधे पर है. लेकिन लोगों को सुरक्षा पहुंचाने वाले ये जवान स्वयं सुरक्षित नहीं हैं. ओपी भवन की जर्जरता का आलम यह है कि कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
बरसात के दिनों में पुलिसकर्मियों को काफी परेशानी होती है. बता दें कि भेलाही ओपी तीन दशक से भी अधिक दिनों से गंडक कॉलोनी के कार्यालय में संचालित हो रहा है. कॉलोनी में पूर्व से गंडक विभाग का कार्यालय संचालित हो रहा था.
वहीं थाना की निजी जमीन नहीं होने के कारण भवन नहीं बन सका है, जिससे पुलिसकर्मियों को परेशानी होती है. भेलाही थाना की स्थापना काल से अभी तक हाजत व मालखाना नहीं है. अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें कार्यालय में बंद कर रखना पड़ता है. इस दौरान पुलिसकर्मियों को भी परेशानी उठानी पड़ती है. वर्तमान ओपी अध्यक्ष भवनाथ कुमार ने बताया कि थाना भवन की स्थिति की जानकारी वरीय अधिकारियों को दे दी गयी है, जमीन चिह्न्ति किया जा रहा है उसके बाद थाना भवन का निर्माण कराया जायेगा.
कम पड़ते हैं बरतन
भेलाही ओपी के पुलिसकर्मियों ने बताया कि बरसात के दिनों में भवन में चारों तरफ से पानी गिरता है. जहां बरतन लगाना होता है. पानी चारों तरफ से गिरने से उसे रोकने के लिए बरतन भी कम पड़ जाते हैं.
आराम हो जाता है हराम
पुलिसकर्मियों ने बताया कि ड्यूटी के बाद जब आराम का समय आता है तो उस समय बारिश शुरू होने लगती है. इस दौरान पानी रोकने के लिए बरतन ढूंढ़ना होता है. वहीं आंधी व पानी एक साथ होने पर जर्जर भवन गिरने का भी भय बना रहता है.
भागे थे तीन तस्कर
एसएसबी के भेलाही पोस्ट स्थित जवानों द्वारा बीते वर्ष तीन तस्कर को गांजा के साथ सुपुर्द किया था. पुलिस कर्मियों द्वारा हाजत नहीं रहने से कार्यालय में रात को बंद कर दिया गया. तस्करों ने भवनों की जर्जरता का लाभ उठाते हुए भवन की खिड़की तोड़ फरार हो गये, जिनका आज तक कुछ पता नहीं चला.
ड्यूटी है तो करनी पड़ेगी
पुलिसकर्मियों ने बताया कि सरकार ने लोगों की सुरक्षा के साथ थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था को लेकर अधिकारियों व कर्मियों की तैनात की है. जैसे हो काम तो करना होगा.
तैनात हैं आठ पुलिसकर्मी
थाना क्षेत्र के तीस हजार लोगों की सुरक्षा की जिम्मेवारी आठ पुलिस कर्मियों
पर है.
जबकी तीन चौकीदारों की तैनात की गयी है. आठ पुलिसकर्मियों में एक थानाध्यक्ष, एक जमादार, एक हवलदार व चार सिपाही के साथ-साथ तीन चौकीदारों को तैनात किया गया है.