बीत गयी तारीख, नहीं हटा अतिक्रमण

नवपदास्थापित एसडीओ के पहले आदेश पर नहीं हुई कारवाई रक्सौल : अपने पदस्थापना के बाद रक्सौल की समस्या में सबसे बड़ी समस्या के रूप में जाम को चिह्न्ति किया था नव पदस्थापित एसडीओ श्रीप्रकाश ने. हालांकि इससे पहले भी जितने एसडीओ की यहां पदस्थापना होती रही है, उनके लिए भी जाम की समस्या पहली प्राथमिकता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2015 8:27 AM
नवपदास्थापित एसडीओ के पहले आदेश पर नहीं हुई कारवाई
रक्सौल : अपने पदस्थापना के बाद रक्सौल की समस्या में सबसे बड़ी समस्या के रूप में जाम को चिह्न्ति किया था नव पदस्थापित एसडीओ श्रीप्रकाश ने. हालांकि इससे पहले भी जितने एसडीओ की यहां पदस्थापना होती रही है, उनके लिए भी जाम की समस्या पहली प्राथमिकता होती है.
जाम की समस्या से रक्सौल के लोग सबसे अधिक परेशान होते हैं. अब तक निदान के लिए किसी भी अधिकारी ने ठोस प्रयास नहीं किया है. नये एसडीओ ने 28 मई को स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जाम से निदान की बात कही, लेकिन जाम हटाने की जो पहली प्राथमिकता जो तय हुई उसे पूरा करने का कोई प्रयास नहीं किया गया.
बैठक में एसडीओ ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बैठक के तुरंत बाद से शहर में प्रचार कराया जाये कि लोग अपना अतिक्रमण स्वयं हटा लें. नहीं हटाने पर बल पूर्वक हटाया जायेगा. हटाने की मजदूरी अतिक्रमणकारियों से वसूला जायेगा. 28 व 29 मई को प्रचार के बाद 30 मई को अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया गया. दंडाधिकारी के रूप में अंचलाधिकारी की नियुक्ति बैठक में ही की गई.
उसके बाद न तो प्रचार-प्रसार किया गया और न ही 30 मई को अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन के लोग पहुंचे. इतना जरूर था कि अतिक्रमण हटाने का फैसला अखबारों में आने बाद कुछ अतिक्रमणकारी भय से अतिक्रमण हटाये तो कुछ इस इंतेजार में थे प्रशासन के सख्ती के बाद अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिए थे. लेकिन तिथि के घोषणा के बाद कोई भी अधिकारी अतिक्रमण हटाने नहीं पहुंचे.
अंचलाधिकारी हेमंत कुमार ने बताया कि प्रचार-प्रसार की जिम्मेवारी हमारी नहीं थी. हम 30 तारीख को थाना पहुंचे, लेकिन मुझे पुलिस बल नही मिला. इस कारण अतिक्रमण नहीं हटाया गया. ज्ञात हो कि एसडीओ की बैठक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र पांडेय भी मौजूद थे.
बैठक में जाम के तीन कारणों को चिह्न्ति किया गया था. पहला अतिक्रमण दूसरा इंडियन ऑयलके अधिकारियों द्वारा गलत तरिके से नपाली तेल टैंकर का प्रवेश कराना, तीसरा रेलवे गुमटी को अधिक देर तक बंद रहना. जिसके बाद सबसे पहले अतिक्रमण हटाने का फैसला लिया गया. अतिक्रमण हटाने में प्रशासन की आनाकानी से यह तो साफ हो गया कि जाम से फिलहाल निजात नहीं मिलेगा. वहीं नये निजाम के आने के बाद भी अनुमंडल प्रशासन का काम पुराने र्ढे पर ही जारी रहेगा.
कहते हैं एसडीओ
30 मई को अतिक्रमण हटाना था. लेकिन पुलिस बल नहीं मिल सका. अतिक्रमण हटाने के लिए महिला पुलिस की आवश्यकता है. मैं और डीएसपी जिला से पुलिस बल की मांग किये हैं. अगली तिथि 11-12 जून रखी गया है. अतिक्रमण सबसे बड़ा समस्या है. हमलोग इसके लिए प्रयास कर रहे हैं.

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