गांव में नहीं जले चूल्हे, गम में डूबे रहे लोग
कल्याणपुर : सड़क दुर्घटना के शिकार जिला पार्षद संगीता देवी का पुत्र दीपक का शव आते ही मंगलापुर गांव में कोहराम मच गया. पूरे गांव में दीपक के मौत की खबर से आसपास के गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा रहा. गांव में चुल्हा चौकी बंद रहा. हर लोगों के जुबान पर एक ही शब्द […]
कल्याणपुर : सड़क दुर्घटना के शिकार जिला पार्षद संगीता देवी का पुत्र दीपक का शव आते ही मंगलापुर गांव में कोहराम मच गया. पूरे गांव में दीपक के मौत की खबर से आसपास के गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा रहा. गांव में चुल्हा चौकी बंद रहा. हर लोगों के जुबान पर एक ही शब्द निकल रहे थे कि दीपक बहुत अच्छे लड़का था, भगवान ये अच्छा नहीं किये हैं.
शादी समारोह से घर आ रहा था दीपक
गांव के रमेश कुमार के शादी से मोतिहारी से पिता रामलाल प्रसाद के साथ दीपक अपने घर वापस लौट रहा था कि शुक्रवार की रात 11.30 बजे पीपरा कोठी थाना क्षेत्र के कुड़िया गुमटी के समीप एक नीलगाय अचानक गाड़ी के सामने आ गयी और स्कार्पियों पेड़ से टकरा गई. दुर्घटना में पिता व पुत्र दोनों जख्मी हो गये. स्थानीय लोगों ने चिकित्सीय इलाज के लिए रहमानिया हॉस्पीटल में भरती कराया, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई.
मौत की सूचना पर घर आये लोगों ने दीपक के पिता पूर्व मुखिया राम लाल प्रसाद को सुस्त देख कर सांत्वना दे रहे है लोग इसे नियती बता परिवार वालों का ढाढ़स बंधा रहे थे. रामलाल प्रसाद कहते है कि हमारे चारो संतानों में से सबसे अच्छा व सबसे तेज दीपक ही था.यह काम भगवान ने हमारे साथ अच्छा नहीं किया है. अब हमको कुछ नहीं सुझ रहा है. अब हम क्या करे.
दीपक के दरवाजे पर अब तक लगा है पंडाल
दीपक की शादी बड़े धूम धाम से गायघाट के मानिकपुर के संजय प्रसाद की पुत्री चांदनी से हिंदू रीति रिवाजों के साथ शादी हुई थी. पांच रोज बाद भी चांदनी की हो गयी मांग सुनी. अभी भी शादी समारोह की पंडाल दीपक के दरवाजे पर लगा हुआ है.