350 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र जांच को भेजे

मोतिहारी : पूर्वी चंपारण के नियोजित शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच के लिए निगरानी की टीम फाइलें खंगालने में जुटी है. गुरुवार को स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ टीम जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में थी. इस दौरान 10 प्लस टू के करीब 350 नियोजित शिक्षकों के द्वारा दाखिल प्रमाण पत्र को प्राप्त कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2015 7:44 AM
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण के नियोजित शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच के लिए निगरानी की टीम फाइलें खंगालने में जुटी है. गुरुवार को स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ टीम जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में थी.
इस दौरान 10 प्लस टू के करीब 350 नियोजित शिक्षकों के द्वारा दाखिल प्रमाण पत्र को प्राप्त कर जांच के लिए पटना, भागलपुर सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों को भेजा गया है. निगरानी टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर विश्वनाथ प्रसाद कर रहे थ़े उनके साथ नगर थाना के दारोगा सुरेश कुमार, जीतेंद्र देव दीपक, धर्मजीत महतो व छतौनी के दारोगा धनजंय कुमार शामिल थ़े निगरानी के कुछ पदाधिकारी गोपनीय ढंग से मोतिहारी में करीब 15 दिनों से कैंप कर रहे
इस दौरान निगरानी के सदस्यों की नजर मुखिया, प्रमुख, जिला पार्षद के अलावे नियोजन से जुडे अधिकारियों पर टिकी है़ सूत्रों की मानें, तो नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी निकला, तो नियोजन इकाई के अधिकारी का गरदन फंस सकती है़ जांच से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में 10, प्लस टू के नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्र विभिन्न विश्वविद्यालयों में जांच के लिए भेज दिया गया है़
दुसरे चरण में माध्यमिक व तीसरे चरण में प्राथमिक विद्यालयों के नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्र जांच के लिए भेजा जायेगा़ इसको लेकर विभिन्न नियोजन इकाईयों से शिक्षकों की सूची के साथ उनका प्रमाण पत्र व नियोजन प्रक्रिया के कागजात मांगे गये हैंडीएम जितेंद्र श्रीवास्तव ने सभी नियोजन इकाइयों को शीघ्र प्रमाणपत्र जमा करने का निर्देश दिया है.

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