डेंगू से घबरायें नहीं, करायें उपचार

मोतिहारीः डेंगू लाइलाज बीमारी नहीं है. समय पर उपचार करने से डेंगू के मरीज पूर्णत स्वस्थ हो सकते है. यह बीमारी संक्रमित मादा एडिज मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में ही काटता है. इसका सर्वोत्तम उपाय बचाव है. ये बातें सिविल सजर्न मीरा वर्मा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2013 4:44 AM

मोतिहारीः डेंगू लाइलाज बीमारी नहीं है. समय पर उपचार करने से डेंगू के मरीज पूर्णत स्वस्थ हो सकते है. यह बीमारी संक्रमित मादा एडिज मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में ही काटता है. इसका सर्वोत्तम उपाय बचाव है. ये बातें सिविल सजर्न मीरा वर्मा ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में कही.

उन्होंने कहा कि यहां डेंगू के अब तक 16 मरीज चिह्न्ति किये गये है, जिसमें 14 मरीज बाहर से बीमारी लेकर आये हैं, जबकि दो लोग यही पर बीमार हुए हैं. डेंगू की रोक थाम का उपाय किया जा रहा है. नगर परिषद से शहर में फॉगिंग कराने के लिए कहां गया है. डेंगू जांच कीट सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में उपलब्ध है. रेफर मरीजों को 102 एंबुलेंस की सुविधा दी जा रही है. मौके पर एसीएमओ डॉ अरुण कुमार महतो, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ रविशंकर मौजूद थे.

डेंगू से बचने का उपाय

दिन में मच्छरदानी का इस्तेमाल करे. मच्छर भगाने वाली दवा व क्रीम का प्रयोग. पानी टंकी, गमला, फूलदान तथा एसी व कुलर के पानी को हमेशा बदलते रहे. टूटे-फूटे वर्तन में पानी जमा नहीं होने दें. आस-पास के जगहों को साफ-सुथरा रखें. मच्छर पनपने वाली जगह पर कीटनाशक का छिड़काव करें. जमे हुए पानी में केरोसिन डाले. पूरे शरीर को ढक ने वाला कपड़ा पहने, कमरे को साफ -सुथरा एवं हवादार रखें.

डेंगू के लक्षण

इस बीमारी के सामान्य लक्षण फ्लू के जैसे होते हैं. बदन दर्द, सर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों में दर्द एवं त्वचा पर लाल धब्बे का होना, नाक, मसूढ़ों या उल्टी से रक्त आना एवं काला शौच होना, इस बीमारी के गंभीर लक्षण हैं.

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