जरूरतों ने गलत रास्ते पर लाया विजय को
रक्सौल : शहर के मौजे मुहल्ला से सोमवार की दोपहर ब्राउन सुगर बनाने वाले उपकरण, केमिकल सहित अन्य सामग्री के साथ गिरफ्तार विजय कुमार दास को मंगलवार को मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस को उसके घर से भारी मात्र में ब्राउन सुगर बनाने वाले कच्चे पदार्थ बरामद हुए है. एसएसबी […]
रक्सौल : शहर के मौजे मुहल्ला से सोमवार की दोपहर ब्राउन सुगर बनाने वाले उपकरण, केमिकल सहित अन्य सामग्री के साथ गिरफ्तार विजय कुमार दास को मंगलवार को मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस को उसके घर से भारी मात्र में ब्राउन सुगर बनाने वाले कच्चे पदार्थ बरामद हुए है.
एसएसबी को मिली इनपुट के आधार पर बिहार पुलिस व एसएसबी की संयुक्त छापेमारी में विजय के घर के अलग-अलग हिस्सों से कई प्रकार के केमिकल प्राप्त हुये थे. मिली जानकारी के अनुसार जरुरतों को पूरा करने में आ रही दिक्कत के बाद विजय गलत रास्ते पर चल कर अधिक पैसा कमाने के लिए यह रास्ता अपनाया था. मंगलवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जितेन्द्र पांडेय ने विजय से पूछताछ की और इस पूरे रैकेट व मामले पर जानकारी ली.
पटना से भी जुड़े हैं कारोबार के तार
सूत्रों की माने तो विजय को ब्राउन सुगर बनाने के लिए मैटेरियल पटना से प्राप्त होते थे. जिसे वीरगंज रानीघाट के रहने वाले रमेश चौरसिया नामक व्यक्ति विजय को लाकर देता था.
रमेश ही ब्राउन सुगर को तैयार होने के बाद पैकेट करके ले जाता था. मिली जानकारी के अनुसार रमेश का तालमेल पटना के एक व्यक्ति से था जो कि समान की सप्लाई करता था. विजय की गिरफ्तारी के बाद पुलिस इन मामलों की छानबीन में जुटी है और इसके रैकेट का पर्दाफाश जल्द होने की उम्मीद है.
ब्राउन सुगर बनाने के लिए सबसे अधिक कीमत की सामग्री के तौर पर अफीम के क्रुट का प्रयोग होता है, जिसकी कीमत 20 से 25 लाख रुपये तक होती है. विजय ने बताया कि उसके साथी उसे बाकी सारा मेटेरियल उपलब्ध कराते थे, लेकिन अफिम का क्रुट वे खुद से डालते थे.