कल्याणपुर, मोतिहारीः पटना सीरियल बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार अलौला गांव के अरशद उर्फ ताबिश के पास से बरामद आधार कार्ड फर्जी है. अरशद के आधार कार्ड पर नाम व पता सही है, लेकिन फोटो किसी 50 वर्षीय अंजान व्यक्ति का लगा हुआ है. एनआइए की टीम अरशद के आधार कार्ड की जांच कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि अरशद ने फर्जी आधार कार्ड कहां से बनवाया, उसपर लगी तस्वीर किसकी है.
इधर इंडियन मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन से अरशद के संबंध होने व पटना सीरियल बम ब्लास्ट में उसकी संलिप्तता के बाद से उसके गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है. अलौला गांव के ग्रामीण सोचने पर मजबूर हैं कि आखिर सादगी में रहने वाला अरशद जेहादी कैसे हो गया. 23 वर्षीय अरशद के आतंकी होने की बात पर अभी भी ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा. अरशद टीइटी परीक्षा भी पास कर चुका है. कल्याणपुर बीआरसी में उसकी नियुक्ति भी हो चुकी है. रमडीहा मध्य विद्यालय में शिक्षक के रूप में उसे नियुक्ति पत्र मिलने वाला था. अरशद चार भाई व पांच बहन है. बड़ा भाई मुसलिम अंसारी रांची लोकायुक्त कार्यालय में कार्यरत है. दूसरा तस्लीमुद्दीन अंसारी अरब में नौकरी करता है, जबकि तीसरा असलम अंसारी राजस्थान में फौज के कैंप में दर्जी का काम करता है.
बड़ी बहन की शादी प्रखंड के बांसघाट गवंद्रा गांव के सफरुदीन अंसारी के साथ, दूसरी बहन की शादी केसरिया के हुसैनी गांव में कलमदीन अंसारी से, तीसरी बहन की शादी प्रखंड के बाकरपुर गांव में कादीर अंसारी से, चौथी बहन की शादी शेखपुर गांव में मुस्तकीम अंसारी व पांचवी बहन की शादी फुलवरिया गांव में फारूख अंसारी के साथ हुई है. पुलिस ने अरशद के पिता का मोबाइल भी जब्त किया है.