सुगौली में छठ घाट पर ट्रैक्टर पलटा, व्रती व बच्ची की मौत
मोतिहारी/सुगौली : बुधवार की अहले-सुबह सिकराहना नदी के किनारे पर स्थित छठ घाट पर एक ट्रैक्टर के पलट जानेे सेे दो कि मौत हो गयी है जबकि तीन घायल हो गये है.मरने वालों में एक व्रती महिला व एक बच्ची शामिल है. मृतक पूनम देवी सुगौली बाजार निवासी शिवनारायण सिंह की पुत्री है जबकि बच्ची […]
मोतिहारी/सुगौली : बुधवार की अहले-सुबह सिकराहना नदी के किनारे पर स्थित छठ घाट पर एक ट्रैक्टर के पलट जानेे सेे दो कि मौत हो गयी है जबकि तीन घायल हो गये है.मरने वालों में एक व्रती महिला व एक बच्ची शामिल है.
मृतक पूनम देवी सुगौली बाजार निवासी शिवनारायण सिंह की पुत्री है जबकि बच्ची प्रियंका उसके बहन की बेटी है. घटना की बाबत प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उक्त दोनों सुबह अर्घ्य देने घाट पर पहुंचे ही थी कि पीछे से ट्रैक्टर आया और चालक ने अपना संतुलन खो दिया .
जिससे ट्रैक्टर पलट गया और वे दोनों उसके चपेट में आ गये. इस घटना में ट्रैक्टर पर सवार तीन अन्य भी गंभीर रूप से जख्मी हो गये.सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.घटना के बाद घाट पर कोहराम मच गया और अफरा- तफरी का माहौल कायम हो गया.घटना के बाद पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया.
थानाध्यक्ष विजय यादव ने बताया किट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है और इस घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. ट्रैक्टर नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 10 निवासी इदरीश मियां की है जो छठ व्रतियों को लेकर घाट पर गयी थी. इधर घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक रामचन्द्र सहनी आदि ने शोक व्यक्त किया है और परिजनों को इस दु:ख की घडी में संयम बरतने की अपील की है.
दर्दनाक हादसे ने छीन ली तीन परिवारों की खुशियां
पूनम और प्रियंका को क्या पता था कि बुधवार की सुबह उनके जीवन में इतनी दर्दनाक घटना घटेगी और वे ईश्वर की प्यारी हो जाएंगी. शायद थोड़ा भी एहसास उन्हें होता तो किसी भी कि कीमत पर छठ घाट नहीं जाती. इस दर्दनाक हादसे ने सभी खुशियां छीन ली और गम में तब्दील हो गया.
अपने भाई के पुत्र के मुंडन कार्यक्रम व छठ पूजा के अवसर पर अपने मायके आई पूनम व उसकी बहन मंजू आई थी.मंजू केसरिया निवासी हरिशंकर प्रसाद की पत्नी है जबकि मंजू पश्चिमी चम्पारण जिले के नरकटिया गंज के प्रेम कुमार अग्रवाल की पत्नी है.
दोनों बहनें अपने मायके सुगौली में अपने भाई प्रमोद कुमार के बुलावे पर उसके बेटे आयुष के मुंडन कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई थीं. इस हादसे ने सबों के चेहरे की मुस्कुराहट और खुशी को मातम में बदल दिया और हंसता खेलता परिवार की सभी खुशियों को छीन लिया.
घटना के बाद पूरा परिवार एक तरफ बदहवास है तो दूसरी तरफ सगे-संबधी व गावं में मातम.भाई एक तरफ अपनी बहन व भांजी के खोने को ले बदहवास है तो दूसरी तरफ हरिशंकर को अपनी पत्नी को खोने का गम सता रहा है.पुनम के पिता शिव नारायण साह की आंखें भी नम हो गयी हैं और इस दर्दनाक घटना को ले सदमें में हैं.