अरशद के घर एनआइए ने की छापेमारी
कल्याणपुर, पू.चः पटना सीरियल बम बलास्ट में धराये अरशद के अलौला स्थित आवास पर एनआइए तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को करीब चार घंटे तक सघन जाच पड़ताल की. इस दौरान टीम ने पूर्व मुखिया जाहिर हुसैन, सलीम अख्तर, व सद्दाम हुसैन से भी पूछताछ की. टीम इन तीनों के घर भी गयी. टीम का […]
कल्याणपुर, पू.चः पटना सीरियल बम बलास्ट में धराये अरशद के अलौला स्थित आवास पर एनआइए तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को करीब चार घंटे तक सघन जाच पड़ताल की. इस दौरान टीम ने पूर्व मुखिया जाहिर हुसैन, सलीम अख्तर, व सद्दाम हुसैन से भी पूछताछ की. टीम इन तीनों के घर भी गयी. टीम का नेतृत्व एनआइए के इंस्पेक्टर प्रवीण कुशवाहा कर रहे थे, जिनके साथ कल्याणपुर थानाध्यक्ष उमाशंकर राय व एसआइ सुबोध कुमार मौजूद थ़े एनआइए की टीम दिन के 10.45 में अलौला पहुंचते ही अरशद के घर को चारों तरफ सेघेर लिया. परिवार के सभी सदस्यों को घर से बाहर निकाल कर घर की सघन तालाशी ली.
टीम ने अरशद के घर से उसकी भाभी के ईलाज के कागजात व बिजली बिल सहित कई कागजात को फोटो कॉपी करा कर साथ ले गयी. अरशद के घर के बाद टीम ने उसी गांव के पूर्व मुखिया जाहिर हुसैन के घर पहुंची. मुखिया से काफी देर तक पूछताछ की. उसके बाद अब्दुल रहमान के पुत्र सलीम अख्तर व मो कासिम के पुत्र सद्दाम हुसैन के घर जाकर गहन भी टीम ने पूछताछ की. इन लोगों से टीम ने क्या पूछा. इसके बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन सलीम व सद्दाम पटना में साथ रह कर पढ़ाई करते थे, जहां पर अरशद का बराबर आता था. अरशद रांची की अपनी प्रेमिका के साथ बराबर पटना आया करता था. अरशद को पटना ब्लास्ट के सिलसिले में 28 अक्तूबर की रात पकड़ा गया था. उससे मिली जानकारी के आधार पर ही एनआइए की टीम अलौला गांव पहुंची थी. गांव में इस बात की चर्चा है. पूछताछ के दौरान अरशद ने एनआइए को जो जानकारी दी है. उसी की पुष्टि के लिए टीम गांव पहुंची थी. टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर कुशवाहा कर रहे थे, लेकिन जांच की गोपनीयता का हवाला देकर उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
इससे पहले टीम ने सात नवंबर को मुजफ्फरपुर के चंदवारा मोहल्ले में छापेमारी की थी. वहां पर सरवर नाम के युवक की तलाश में छापा मारा गया था. बताया जाता है, सरवर मोतिहारी का रहनेवाला है. इसी के बाद टीम मोतिहारी आयी थी. सरवर के बारे में जानकारी मिली थी. वह दो साल से मुजफ्फरपुर के चंदवारा मोहल्ले में रह रहा था, लेकिन एनआइए की छापेमारी के 48 घंटे पहले ही उसने कमरा खाली कर दिया था.