मोतिहारीः पूर्वी चंपारण में फर्जी एनएम की बहाली का मामला पकड़ में आया है. सिविल सजर्न मीरा वर्मा ने पीएचसी के निरीक्षण में यह गड़बड़ी पकड़ी है. एएनएम की बहाली में फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. फर्जी एएनएम की बहाली वर्ष 2013 में हुई है.
सिविल सजर्न श्रीमती वर्मा ने बताया कि अब तक विभिन्न पीएचसी में 17 एएनएम पकड़ी गयी है, जिनकी बहाली फर्जी ढंग से हुई है. बहाली से संबंधित सभी एएनएम के कागजातों की जांच की जा रही है. उम्मीद है कि फर्जीवाड़ा में एएनएम की संख्या बढ़ भी सकती है. इसकी सूचना डीएम श्रीधर सी को दे दी गयी है. जांच पूरी होने के बाद प्राथमिकी करायी जायेगी. सिविल सजर्न के अनुसार, केसरिया, मधुबन, पकड़ीदयाल, चकिया व मेहसी पीएचसी में फर्जी एएनएम को बहाल कर पदस्थापित किया गया है. इसमें सबसे अधिक केसरिया में फर्जी एएनएम बहाल है. केसरिया में आठ, मधुबन में चार, पक ड़ीदयाल में तीन, चकिया में एक व मेहसी में पदस्थापित एक एएनएम की बहाली फर्जी ढंग से हुई है. उन्होंने बताया कि सभी की बहाली तत्कालीन सिविल सजर्न सरोज सिंह के कार्यकाल में हुई है.