नशा अभियान में महिलाओं ने निभाई अहम भूमिका

मोतिहारी : जिले में नशापान पर रोक को लेकर कई बार आंदोलन हो चुके है़ इस आंदोलन में आधी आबादी की मुख्य भूमिका रही है़ गत वर्ष मार्च 2014 में झखिया गांव की महिला मोर्चा के बैनर तले शराब की बिक्री व नशापान पर रोक लगाने के लिए आंदोलन छेड़ा था़ इस दौरान महिलाएं एनएच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2015 12:33 AM

मोतिहारी : जिले में नशापान पर रोक को लेकर कई बार आंदोलन हो चुके है़ इस आंदोलन में आधी आबादी की मुख्य भूमिका रही है़ गत वर्ष मार्च 2014 में झखिया गांव की महिला मोर्चा के बैनर तले शराब की बिक्री व नशापान पर रोक लगाने के लिए आंदोलन छेड़ा था़

इस दौरान महिलाएं एनएच 28 को भी घंटो जाम कर विरोध जताया था़ वहीं गांव में शराब सेवन करनेवाले पुरुषों को दंडित करने की कार्रवाई भी महिलाओं द्वारा शुरू की गयी थी़ नशापान के विरुद्ध महिलाओं के इस अभियान से कुछ हद तक नशापान पर लगाम लग गया था़

वहीं जून 2013 में चकिया के वैशाहां पंचायत के मुखिया महादेव सहनी व सरपंच राजा सहनी के प्रयास से लोगों में नशापान निषेध के प्रति जागरूकता आयी़ द्वय प्रतिनिधियों के पहल पर सैकड़ों युवाओं ने शराब नहीं पीने का संकल्प पंचायत के समक्ष लिया था़

सदर प्रखंड के रूलही पंचायत में वर्ष 2012 में नशापान के विरुद्ध महिलाओं ने अभियान चलाया था, जिसका परिणाम हुआ कि सैकड़ों लोगों ने नशापान छोड़ दिया. वहीं तुरकौलिया प्रखंड में 2013 में नशामुक्ति अभियान के तहत लोगों ने नशा को छोड़ दूध पीने का अभियान चलाया था़ इसको लेकर लोगों ने दूध के पैकेट के साथ जागरूकता अभियान भी चलाया था़

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