अफवाह ने नमक में लगायी आग
मोतिहारीः गुरुवार को जिला मुख्यालय सहित सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नमक को लेकर अफरा-तफरी मची रही. जहां दुकानदार ज्यादा से ज्यादा नमक स्टोर करने व अधिक कीमत पर बेचने के मुहिम में जुटे रहे, वहीं ग्राहक दो-चार माह के लिए नमक खरीद कर रसोईघर में जमा करने को बेताब दिखे. जहां अफवाह जितनी तेजी से […]
मोतिहारीः गुरुवार को जिला मुख्यालय सहित सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नमक को लेकर अफरा-तफरी मची रही. जहां दुकानदार ज्यादा से ज्यादा नमक स्टोर करने व अधिक कीमत पर बेचने के मुहिम में जुटे रहे, वहीं ग्राहक दो-चार माह के लिए नमक खरीद कर रसोईघर में जमा करने को बेताब दिखे. जहां अफवाह जितनी तेजी से फैला कीमत में भी उसी अनुपात में वृद्धि दिखी, लेकिन वास्तविकता अलग ही थी. जमाखोरों द्वारा उड़ाये गये अफवाह के कारण लोग भ्रमित हो गये और नमक को प्याज की बढ़ती कीमत से आंक कर देखने लगे. यही कारण था कि 30 से 100 रुपये तक में नमक बेचने की सूचना मिलने लगी. इसी के साथ प्रशासन की आंख खुली और डीएम ने सभी एसडीओ को त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया.
अफवाह से बढ़ी कीमत
केवल अफवाह के कारण नमक की कीमत में इजाफा हुआ है. एक समाचार पत्र में ऊंचे कीमत पर नमक बिकने की बात प्रकाशित की, लेकिन इसके कारण का खुलासा नहीं किया. भ्रम में लोग नमक खरीदने लगे और जमाखोरों द्वारा नमक का स्टोर किया जाने लगा.
क्या है वास्तविकता
नमक की सूबे में कोई कमी नहीं है. केवल भ्रम पैदा कर जमाखोरों ने यह स्थिति पैदा की. इस बाबत नमक विक्रेता संघ आइएनएकेएस के प्रदेश महासचिव राजेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि सूबे के विभिन्न गोदामों में पर्याप्त मात्र में नमक उपलब्ध है. नवगछिया भागलपुर में 70,000 बैग, जमुई में 50,000 बैग, पूर्णिया में एक लाख बैग, किशनगंज में 50 हजार बैग, सहरसा में 70 हजार बैग, मोतिहारी में 15 हजार बैग, मुजफ्फरपुर में 35 हजार बैग, बेतिया में दस हजार बैग, दरभंगा में दस हजार बैग, पटना में 80 हजार बैग उपलब्ध है. वहीं कल्याण नमक पीडीएस दुकानों के लिए तिरहुत डिवीजन मोतिहारी व मुजफ्फरपुर में 90 हजार बैग है. 25 किलो का बैग है और कीमत आठ फ्रुपये है. वहीं, गुजरात व राजस्थान से चार रैक पर लदा चार लाख बैग नमक बिहार पहुंच रहा है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
डीएम श्रीधर सी ने बताया कि नमक की किल्लत नहीं है. जो दुकानदार एमआरपी से एक पैसा भी अधिक ले, उसकी सूचना दें. छापेमारी करने का आदेश दिये गये हैं. जमाखोरों पर होगी कड़ी कार्रवाई.
नमक पर राजनीति गर्म
मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार ने बयान दिया कि नमक का आंदोलन कर गांधी जी ने भारत से अंग्रेजों को सात समुंदर पार भगा दिया. सभी वस्तुओं की कीमत से लोग परेशान हैं. अब नमक भी कीमत के कारण बेस्वाद हो गया. मनमोहन सिंह को केंद्र से व नीतीश कुमार को बिहार सरकार की कुरसी छोड़ नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. वहीं, भाकपा नेताओं ने केंद्र व राज्य सरकार के भूमिका को संदिग्ध करार दिया है. इस संबंध में भाकपा नेता राम बच्चन तिवारी, विजय शंकर सिंह तथा शालिनी मिश्र ने संयुक्त बयान जारी कर बताया है कि जमाखोरी की सोची समझी साजिश के तहत अफवाह फैलाया गया है और इस साजिश में केन्द्र व राज्य सरकार की भूमिका संदिग्ध है. नेताओं ने कहा कि नमक के मूल्य वृद्धि की दिशा में प्रशासन त्वरित कार्रवाई नहीं करती है तो भाकपा सड़क पर उतरने के लिए बाध्य हो जायेगी.
क्या कहते हैं स्टॉकिस्ट
शहर के हेनरी बाजार स्थित टाटा नमक के स्टॉकिस्ट अमृत इंटरप्राइजेज के मालिक संजीव कुमार ने नमक की कमी को भ्रामक बताया. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अगले एक महीना नमक आना बंद हो जाये तो मेरे पास इतना नमक उपलब्ध है कि संपूर्ण जिला को वह नमक दे सकता हैं. उन्होंने अपने प्रतिष्ठान के सामने बड़ा बैनर टांग रखा है, जिस पर लिखा है कि अफवाह से बचे. उपभोक्ता निर्धारित दर 10 रुपये में ही नमक खरीदे. उनके द्वारा दर्जन भर लोगों को तैनात किया गया है, जो सभी लोग 10 रुपये की दर से नमक की बिक्री कर रहे हैं. श्री कुमार ने कहा कि अन्य जिलों के नमक कारोबारी द्वारा नमक की जमाखोरी कर अफवाह फैलाया गया है, जबकि वास्तविकता इससे परे हैं.