पिपराकोठी : शहद सेहत के लिए जितना गुणकारी है उतना आर्थिक लाभदायक भी है. मधुमक्खी पालन से महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकती है. उक्त बातें कृषि विज्ञान के समन्वयक केके झा ने कहीं. श्री झा रविवार को आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण को संबोधित कर रहे थे.
बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षणोपरांत रविवार को प्रशिक्षु महिलाओं के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया. महिलाआें को प्रमाण पत्र केवीके समन्वयक केके झा, वसंत विशेषज्ञ वैज्ञानिक अरविंद कुमार सिंह व सीसा प्रोजेक्ट के अधिकारी राजेश सिंह के द्वारा वितरीत किया गया. प्रशिक्षण देने का कार्य अवकाश प्राप्त मुख्या वैज्ञानिक डा आरके सिंह, डाबर कंपनी के डा अशोक कुमार, आरबी शर्मा, डा नीलम सिन्हा तथा प्रशिक्षण महिलाओं में साबित्री देवी, शिवकुमारी, आदि अन्य शामिल थी.