जनता दरबार के लंबित हैं सात सौ मामले

मोतिहारी : जिले के अधिकारी अपनेे कर्तव्यों के प्रति कितने इमानदार हैैं और जनता दरबार से प्राप्त शिकायतों को निष्पादित करने में कितना दिलचस्पी रखते हैं, प्राप्त आंकड़ों को देखकर सहज अनुमान लगाया जा सकता है. छह अनुमंडल पदाधिकारियों के यहां के केवल वर्ष 2015 के साढे तीन सौ व भूमि सुधार उप समाहर्ताओं के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2016 3:18 AM

मोतिहारी : जिले के अधिकारी अपनेे कर्तव्यों के प्रति कितने इमानदार हैैं और जनता दरबार से प्राप्त शिकायतों को निष्पादित करने में कितना दिलचस्पी रखते हैं, प्राप्त आंकड़ों को देखकर सहज अनुमान लगाया जा सकता है. छह अनुमंडल पदाधिकारियों के यहां के केवल वर्ष 2015 के साढे तीन सौ व भूमि सुधार उप समाहर्ताओं के यहां दो सौ से अधिक मामले जांच के लिए लंबित हैं.विभाग से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार, इन मामलों को निष्पादित करने के लिए जिलाधिकारी के अस्तर से स्मार पत्र भेजा जा चुका है और शीघ्र निष्पादित कर प्रतिवेदन की मांग की जा चुकी है.

बावजूद उसके निष्पादित नहीं होना कई सवालों को जन्म देता है. इन मामलों में अधिकांश मामले भूमि-विवाद,राशन किरासन में गड़बड़ी आदि शामिल हैं.इनमें सर्वाधिक मामले सदर के अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर के हैं.इसी तरह से आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ आदि विभागों में बड़ी संख्या में मामले लंबित हैं.
42 अधिकारियों के यहां भेजा गया है स्मार पत्र: जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने 42 जांच पदाधिकारियों के यहां स्मार पत्र भेजा है. भेजे स्मार पत्र में शिकायती आवेदनों का निपटारा नही किये जाने के कारणों को पूछा है और शीघ्र निष्पादित कर प्रतिवेदन देने को कहा है.

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