मोतिहारीः विश्व के समक्ष मानवाधिकार संरक्षण का सवाल सबसे अहम है. बावजूद इसके संबंधित कानून तथा अंतरराष्ट्रीय समझौतें सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों के उपेक्षा का शिकार बने हुये हैं.जिसके कारण दिन पर दिन मानवाधिकार उल्लंघन के मामलो में बढ़ोतरी हो रही है.उक्त बातें राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के राज्य सचिव विद्यानंद राम ने मंगलवार को जिला कार्यालय छतौनी में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर आयोजित मानवाधिकार संरक्षण विषयक परिचर्चा में कही.
उन्होंने मानवाधिकार हनन की घटनाओं को रोकने तथा मानवाधिकार कार्यकर्ताओ के सुरक्षा के लिये कानून बनाने की मांग की.परिचर्चा की अध्यक्षता राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के जिला संयोजक राजू बैठा ने की.उन्होंने कहा कि समाज के दबे कुचले व अभिवंचित वर्ग के लोग ही ज्यादातर मानवाधिकार उल्लंघन के शिकार होते हैं.परिचर्चा में मुख्य रुप से सुरेन्द्र सुमन कनौजिया, सुशील कुमार, रामदेव राम, महेश बैठा, सिकंदर कुमार, उमेश बैठा, दिनेश पासवान, जगजीत राम, नरेश सहनी, दुखन मियां, कुमारी रेणु, रंजीत कुमार, नवल किशोर प्रसाद, दिवाकर कुमार, अनन्त रजक, कुमारी रेणु, अनिभा कुमारी, गीता देवी, पूर्व मुखिया उमेश कुमार रजक, सुरेन्द्र बैठा, अखिलेश कुमार, अमित कुमार, सत्येन्द्र बैठा सहित अन्य उपस्थित थे.