बरसात में डूब जायेगा अगरवा मुख्य पथ

मोतिहारी : शहर की बढ़ती आबादी के बीच जल निकासी की समस्या गहराती जा रही है. कारण है कि कई मोहल्लों में जल निकासी की अब भी माकूल व्यवस्था नहीं है. तो कही जल निकासी को बना पुराना नाला भी दम तोड़ रहा है. ऐसे मोहल्लों में बिन मौसम वर्षात की स्थिति बनी रहती है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 5:33 AM

मोतिहारी : शहर की बढ़ती आबादी के बीच जल निकासी की समस्या गहराती जा रही है. कारण है कि कई मोहल्लों में जल निकासी की अब भी माकूल व्यवस्था नहीं है. तो कही जल निकासी को बना पुराना नाला भी दम तोड़ रहा है.

ऐसे मोहल्लों में बिन मौसम वर्षात की स्थिति बनी रहती है. कही नाला के अभाव में पानी सड़कों पर गिराये जाते है तो कही नाला ध्वस्त होने से सड़क जलमग्न रहता है. नगरपालिका के वार्ड 31 के अगरवा मोहल्ला की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है. सदर अस्पताल से कदमों की दूरी पर बसा यह मोहल्ला तो काफी पुराना है,
लेकिन यहां आज भी ड्रेनेज की माकूल व्यवस्था नहीं है. हरिशंकर द्वार से मुहल्ला को जाने वाली मुख्य पथ के किनारे बना नाला पुरी तरह ध्वस्त हो चुका है. आलम यह है कि इस पथ में नाला का गंदा पानी सड़क पर बहता है. नाला पर बने स्लेब भी टूट गये है. पानी से लबालब भरा यह नाला आनेजाने वाले राहगीर के लिए भी खतरा बना हुआ है.
जल निकासी बन सकती है गंभीर समस्या: अगरवा मोहल्ला का मुख्य ड्रेनेज की निर्माण बरसात के पूर्व नहीं हुआ तो इस साल बरसात में मोहल्ले की तस्वीर ही कुछ और होगी. बरसात शुरू होते ही मुहल्ला का मुख्य पथ का नजारा जलाशय जैसा दिखेगा. इस साल से बरसात की पानी का दबाव मुहल्ला की नाला पर और भी बढने वाला है. चूंकि बलुआ ओवर ब्रिज का पानी भी मोहल्ले के मुख्य पथ किनारे सरकारी खाली भूखंड में ही गिरेगा. इसके लिए ओवर ब्रिज से नाला का निर्माण भी जारी है.
अतिक्रमण बनी निर्माण में बाधा: मोहल्ले के मुख्य पथ में ध्वस्त नाला के निर्माण में अतिक्रमण बाधा है. अतिक्रमण का यह मामला मां मंदिर से महज 150 गज की दूरी पर है. जिससे नाला निर्माण कार्य अधूरा ही हुआ है. इसको लेकर संबंधित विभाग पीडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता ने जिला प्रशासन को भी पत्र लिखा है. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अतिक्रमण अबतक खाली नहीं कराया गया है.

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