300 एकड़ जमीन का िरकार्ड नहीं !
मोतिहारी : जिला अभिलेखागार कार्यालय से गायब है तीन सौ एकड़ जमीन का अभिलेख! बार-बार शिकायत करने व सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अभिप्रमाणित प्रति कार्यालय द्वारा आवेदक को नहीं दिये जाने पर शक की सूई घूमने लगी है. तीन वर्षो से सूचना के अधिकार के तहत अभिलेख की मांग कार्यालय से की जा […]
मोतिहारी : जिला अभिलेखागार कार्यालय से गायब है तीन सौ एकड़ जमीन का अभिलेख! बार-बार शिकायत करने व सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अभिप्रमाणित प्रति कार्यालय द्वारा आवेदक को नहीं दिये जाने पर शक की सूई घूमने लगी है.
तीन वर्षो से सूचना के अधिकार के तहत अभिलेख की मांग कार्यालय से की जा रही है
लेकिन अभी तक संतोषजनक जवाब कार्यालय द्वारा नहीं दिया गया. जवाब मेें आवेदक को बस यही कहा जाता है कि रिकार्ड की खोज की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस जमीन का रिकार्ड नहीं मिल रहा वह जमीन ट्रेजरी घोटाला से संबंधित है जो शहर की सब से महंगी जमीन है और उसका मूल्य अरबों रुपये है.
मोतिहारी के मिस्कौट निवासी अशोक वर्मा वर्ष 2012 से ही रिकार्ड हासिल करने की कोशिश कर रहे है.श्री वर्मा ने सूचना केे अधिनियम के तहत 14 जुलाई 2012 को पहली बार जानकारी मांगी थी. कार्यालय केे प्रभारी पदाधिकारी ने श्री वर्मा को अपने पत्रांक-35 दिनांक-14 जुलाई 2012 को भेजे पत्र में कहा था कि रिकार्ड की खोज जारी है.
समय सीमा समाप्त होने के बाद उन्होंने फिर इस अधिनियम का उपयोग करते हुए जानकारी मांगी. फिर वही जवाब मिला.आगे अपील भी की लेकिन उसपर भी कोई अमल नहीं हुआ.कहीं इस जमीन के अभिलेख को भू-माफियाओं द्वारा एक साजिश के तहत गायब कर देने की चर्चा भी जोरों पर है.
यहां की हैै जमीन
बैैंक रोड, वर्तमान व पूर्व की एलआइसी ऑफिस, खोदानगर, नर्सरी, धर्म समाज रोड, मठिया, पतौरा, बंगरी, सिकटा, मोतिहारी मुख्य पथ व अन्य जगह की जमीन है. यह जमीन अभी के समय में अरबों रुपये मूल्य की हैै और उसका अभिलेख नहीं मिलना अनेक सवालों को जन्म देता है.