मोतिहारीः छपरा जंकशन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन से पकड़े गये संदिग्ध राशिद आलम को रेल डीएसपी विजय कुमार अपने साथ लेकर सोमवार मोतिहारी पहुंचे. यहां उसके नाम व पते का सत्यापन करने के साथ उसका आपराधिक इतिहास व संबंधों को भी खंघाला गया. उसके बारे में की गयी अब तक की जांच-पड़ताल में खुलासा हुआ है कि वह एक शातिर अपराधी है.
वर्ष 2004 में छतौनी से बाइक चोरी के मामले में जेल भी जा चुका है. उसके विरुद्ध छतौनी में कांड संख्या 90/04 दर्ज है. जेल से छूटने के बाद उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर ठेकेदारी शुरू कर दी. उसके ठेकेदारी के लिए अपने नाम से रजिस्ट्रेशन भी कराया है. रेल डीएसपी विजय कुमार ने बताया कि राशिद अपने तीन चार पार्टनर का पैसा लेकर फरार हो गया था. उसके पार्टनरों को थाना पर बुला कर की गयी पूछताछ में इस बात की जानकारी हुई है. यहां से फरार होने के बाद बाहर में जाकर अपराध करने लगा था.
मोतिहारी में है ननिहाल
राशिद छपरा के मांझी प्रखंड के गुर्दाहां गांव का मूल निवासी है. उसके पिता अमरूद्दीन खां विक्षिप्त थे. उनकी मौत के बाद राशिद अपनी मां के साथ मोतिहारी बलुआ टाल चला आया. तब से यही रह रहा था.
राशिद की मां से भी पूछताछ
रेल डीएसपी सोमवार को राशिद के साथ नगर पुलिस के सहयोग से उसके ननिहाल पहुंचे. वहां उसकी मां व घर के अन्य सदस्यों से पूछताछ की गयी. राशिद के मां व उसके भाई के वोटर आई कार्ड भी देखा गया. उसके मां के आई कार्ड पर पति अमरूद्दीन खां के नाम की जगह किसी दूसरे किसी का नाम अंकित है, जबकि भाई के आई कार्ड पर भी पिता के नाम की जगह दूसरे किसी का नाम अंकित है.
राशिद के पास तीन बाइक
रेल डीएसपी ने बताया कि राशिद के पास तीन बाइक है. फिलहाल एक बाइक छपरा में बरामद हुआ है. दो अन्य बाइक की खोज की जा रही है. उन्होंने आशंका जतायी कि बरामद बाइक चोरी हो सकती है. रेल पुलिस राशिद के बारे में पड़ताल जारी रखे हुए है.