मोतिहारीः पुलिस ने कमरे आलम को नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) के हवाले कर दिया है. एनआइए की टीम कमरे को 10 दिनों के हिरासत में अपने साथ पटना ले गयी है. उससे पटना के गांधी मैदान में भाजपा की रैली के दौरान हुए सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में पूछताछ की जा रही है. वह ढाका थाना क्षेत्र के मुहब्बतपुर गांव का रहने वाला है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कमरे आलम का मोबाइल भी जब्त किया गया है. एनआइए की टीम कमरे आलम के मोबाइल नंबर के साथ उसके पास संदिग्ध मैसेज भेजने वाले मोबाइल नंबर का कॉल निकाल पूरी तहकीकात कर रही है. कॉल डिटेल के आधार पर कुछ और लोगों को चिह्नित किया गया है, जिसकी गोपनीय तरीका से छानबीन की जा रही है.
बताया जा रहा है, पटना सीरियल ब्लास्ट से पहले कमरे आलम के मोबाइल पर 8171758331 से मैसेज भेज कर एक घंटे तक एक बैग रखने के लिए एक लाख रुपये देने का ऑफर दिया गया. कमरे ने मैसेज को हल्का में लिया, लेकिन पटना में सीरियल बम ब्लास्ट के बाद उसने मोबाइल पर संदिग्ध मैसेज आने की जानकारी युवा जदयू के प्रदेश स्तरीय एक नेता को दी.
जदयू नेता ने पूरे मामले से सिकरहना डीएसपी उमेश्वर चौधरी को अवगत कराया. इसकी रिपोर्ट सरकार व एनआइए को भेजा गया. कमरे आलम का संदिग्धों से संबंध होने का संदेह इस बात से हो रहा है, उसने मोबाइल पर आने वाले संदिग्ध मैसेज की सूचना पटना सीरियल ब्लास्ट से पहले नहीं देकर बाद में दिया. उसने संदिग्ध मैसेज से संबंधित डीएसपी को एक लिखित आवेदन भी दिया है.
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