मोतिहारीः पिछले कई दिनों से उतार-चढ़ाव के बाद मंगलवार को मौसम ने अपना मिजाज बदल दिया और सुबह से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया. दिन ढलने तक ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहे. सड़कों पर लोगों को कम देखा गया. चिकित्सीय कार्य या अन्य आवश्यक कार्यों को संपन्न करने वाले लोग मजबूरन घर से बाहर निकल पाये. शीतलहर को लेकर पूरा आम जन जीवन अस्त-व्यस्त रहा.
कुहासे से ट्रेन व वाहनों की रफ्तार हुई धीमी
कड़ाके के ठंड व कुहासे के कारण सड़कों पर वाहनों की आवाजाही आम दिन की अपेक्षा काफी कम रही. कुहासे के कारण शाम ढलते ही वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गयी. बत्ती की रौशनी कुहासा के सामने फीकी रही और वाहन चालक अपने गाड़ी में ब्रेक लगाना ही मुनासिब समझा. बढ़े कोहरे के प्रकोप से ट्रेनों के परिचालन पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. कोहरे के कारण ट्रेनों के रफ्तार पर ब्रेक लग गयी है मंगलवार को मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेल खंड से गुजरने वाली कई ट्रेन कोहरे के चपेट में रही.
हावड़ा से रक्सौल जाने वाली अप मिथिला एक्सप्रेस ट्रेन नियम समय से काफी विलंब से बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पहुंची. जानकारी के अनुसार कोहरे के प्रकोप से प्रभावित अप मिथिला ट्रेन चार घंटा डाउन मिथिला चार घंटा, बांद्रा डेढ़ घंटा, 5215 ट्रेन एक घंटा, 55211 एक घंटा एवं 55213 सवारी गाड़ी तीन घंटा विलंब से स्टेशन पहुंची. ट्रेनों के विलंब होने से यात्रियों को खासा परेशानी ङोलनी पड़ी. ट्रेनों के निर्धारित समय के मुताबिक स्टेशन पहुंचे यात्रियों को घंटों गाड़ियों का इंतजार करना पड़ा.
बच्चों की बढ़ी परेशानी
मंगलवार से शीतलहर में हुई वृद्धि के कारण खास तौर पर छोटे-छोटे स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ा दी है. शहर के कई निजी स्कूलों में दो सत्र में चलने वाले बच्चों के बीच स्कूल सुबह जाना काफी परेशानी कष्ट दायक बना हुआ है. शहर के विभिन्न चौक चौराहों गली मुहल्लों में स्कूली बच्चों को ठंउ के कारण परेशान देखा गया.
चौक चौराहों पर छायी वीरानी
शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर शाम ढलते ही वीरानी छा गयी. सभी लोग अपने आवश्यक कार्यों को निपटा कर अपने घरों में दुबक गये. खास कर ठंड बच्चों एवं वृद्धों के लिए परेशानी बना हुआ है. शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर स्थित गरम कपड़ों व लकड़ी के दुकानों पर जलावन की बिक्री बढ़ गई है.
मधुबन प्रतिनिधि के अनुसार, कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर से जन-जीवन प्रभावित होने लगा है. मंगलवार की सुबह से शीतलहर चलने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है. मौसम के बदलते तेवर से फसलों पर प्रति कुल असर पड़ने लगा है. विशेष कर आलू के फसलों के साथ तेलहन के फसलों के प्रभावित होने के आसार बढ़ गये है.