मोतिहारीः प्रभु यीशु के जन्म दिन के अवसर पर उनके सम्मान में चंपारण जन सहयोग समिति के तत्वावधान में कोल्हुअड़वा चौक स्थित उमा देवी मेमोरियल होमियोपैथिक चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र के परिसर में बुधवार को बैठक हुई. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संस्थापक एवं वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ प्रो शारदा कुमार ने किया.
उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने सत्य की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये. उन्होंने समाज में प्रेम भाई चारा, पीड़ित मानवता की सेवा एवं बीमार व्यक्तियों को अच्छा करने का काम किया. बीमार व्यक्ति की सेवा भगवान की सेवा है. सन 1755 में जन्मे होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ सैम्युअल हेनीमैन भी एक सच्चे ईसाई थे और उन्होंने पीढ़ियों से बीमार व्यक्ति को निरोग करने के लिए ही होमियोपैथिक का आविष्कार किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ सन्नी विक्रम ने किया.