रुपयों का लेन-देन नहीं
रक्सौल : सुरेश केडिया को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ाने के लिए पैसे का लेन-देन नहीं हुआ है. इसका दावा सुरेश केडिया के छोटे भाई व सद्भावना पार्टी के सांसद विमल केडिया ने विशेष बातचीत में किया है. उन्होंने सहयोग के लिए भारत व नेपाल पुलिस का आभार व्यक्त किया है. काठमांडू ने सोमवार को […]
रक्सौल : सुरेश केडिया को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ाने के लिए पैसे का लेन-देन नहीं हुआ है. इसका दावा सुरेश केडिया के छोटे भाई व सद्भावना पार्टी के सांसद विमल केडिया ने विशेष बातचीत में किया है. उन्होंने सहयोग के लिए भारत व नेपाल पुलिस का आभार व्यक्त किया है. काठमांडू ने सोमवार को वीरगंज स्थित अपने घर पहुंचे
विमल केडिया ने बताया कि वो नेपाल के अधिकारियों पर दबाव बनाने के साथ भारतीय दूतावास के अधिकारियों से मिलकर इस कांड के खुलासे का आग्रह कर रहे थे. यही वजह है कि भारत व नेपाल के अधिकारियों ने सहयोग किया और 60 घंटे में ही मामले का खुलासा हो गया. उन्होंने कहा कि अपहरण कांड में एक भी पैसा नहीं दिया गया है. नेपाल पुलिस से
रुपयों का लेन
आग्रह किया कि कांड में शामिल लोगों का शीघ्र खुलासा हो.
विमल केडिया ने बताया कि रिहाई की खबर रविवार को 12 बजे ही मिल गयी थी. रात में भाई से बात भी हुई, लेकिन उनसे मिलने के लिए काठमांडू में रहनेवाले परजिन बेचैन थे. आनन-फानन में सोमवार सुबह काठमांडू से चला हूं और घर पहुंचा हूं. घर में सभी लोग खुश हैं, लेकिन अब जरूरत है उनलोगों को जेल भेजवाने की, जो इस कांड से जुड़े हुए हैं.
सुरेश केडिया के बड़े भाई रमेश केडिया ने कहा कि हमें मीडिया से बात करने में डर लग रहा है, क्योंकि हमलोग कहते कुछ हैं. चलता कुछ और है. इसलिए इस मुद्दे पर भी अपनी बात को रखेंगे. आखिर यह बात कहां से आयी कि इस कांड में पैसे का लेन-देन हुआ है. अपहरणकर्ता हमलोगों से संपर्क नहीं कर सके हैं.
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