केडिया के अपहरण में नेपाल के छह अपराधी थे शामिल

मोतिहारी : उद्योगपति सुरेश केडिया के अपहरण में नेपाल के छह अपराधी शामिल थे. अगवा करने से पहले अपराधियों का जमावड़ा आदापुर कटकेनवा में हुआ था. कटकेनवा में बबलू दूबे के तीन शागिर्द स्कॉर्पियो व इंडिका कार लेकर पहले से खड़े थे. जबकि, तीन बाइक पर सवार होकर नेपाल के छह अपराधी बॉर्डर क्रास कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2016 4:50 AM

मोतिहारी : उद्योगपति सुरेश केडिया के अपहरण में नेपाल के छह अपराधी शामिल थे. अगवा करने से पहले अपराधियों का जमावड़ा आदापुर कटकेनवा में हुआ था. कटकेनवा में बबलू दूबे के तीन शागिर्द स्कॉर्पियो व इंडिका कार लेकर पहले से खड़े थे. जबकि, तीन बाइक पर सवार होकर नेपाल के छह अपराधी बॉर्डर क्रास कर कटकेनवा पहुंचे.

वहीं, रक्सौल के बबलू पासवान नामक युवक के साथ तीन नेपाली अपराधियों ने रूट लाइनिंग का काम किया. यह खुलासा हथियार के साथ पकड़े गये रंजन अोझा ने किया है. उसने अपहरण कांड में कई अन्य महत्वपूर्ण खुलासे भी किये हैं. पुलिस ने उसे गोपनीय रख आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

नेपाल पुलिस के अनुसार, अपहरण में शामिल नेपाल के छह अपराधियों को चिह्नित कर लिया
केडिया के अपहरण
गया है. उनमें से तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है. इधर, रक्सौल पुलिस ने रूट लाइनिंग का काम करने वाले बबलू पासवान को भी पकड़ लिया है. उससे भी पूछताछ चल रही है. इधर, मोतिहारी पुलिस ने अपहरण में इस्तेमाल बबलू दूबे के इंडिका कार के साथ उसके चालक जावेद को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
सूत्र बताते हैं कि केडिया के अपहरण में नेपाल के एक बड़ी शख्सियत का भी हाथ है. उसकी पहचान भी हो चुकी है, लेकिन ठोस साक्ष्य के अभाव में नेपाल पुलिस उसपर हाथ नहीं डाल रही.
एक महीने से चल रही थी तैयारी
केडिया के अपहरण की तैयारी करीब एक महीने से चल रही थी. उनकी एक नयी फैक्टरी का निर्माण कार्य चल रहा है. केडिया निर्माणाधीन फैक्टरी के देख-रेख करने रोज जाया करते थे. उनकी गतिविधि की रेकी रंजन कर रहा था. इसके लिए उसने रक्सौल के धुरेंद्र कुमार की स्कॉर्पियो का इस्तेमाल किया था. वहीं, अपहरण में भी रंजन ने स्कॉर्पियो को दावं पर लगा दिया.
रंजन के बैंक एकाउंट को खंगाला
पुलिस ने रंजन ओझा के बैंक एकाउंट को भी खंगाला है. उसके एकाउंट में लाखों के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं. पुलिस का कहना है कि रंजन ओझा बबलू का फाइनेंसर है. अपराध से कमाये गये पैसों को बबलू ने रंजन के माध्यम से जमीन के कारोबार में लगा रखा है. रंजन के खाते से एक महीने में 12 से 16 लाख तक के जमा व निकासी हुई है. पुलिस ने उसके एकाउंट को फ्रीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
ईंट-भट्ठा के पास रखा था केडिया को
अपहर्ताओं ने सुरेश केिडया को ईंट-भट्ठा के पास रखा था. केडिया ने पुलिस को बताया कि अपराधियों ने अपहरण कर पहले एक घर में रखा. वहां रात गुजारने के बाद ईंट-भट्ठा के पास ले गये. वहीं पर हाथ-पैर व आंख बांध कर रखा. पास में आटा चक्की या चावल मिल था, क्योंकि मशीन चलने की आवाज आ रही थी. पुलिस को शक है कि अपराधियों ने केडिया को कल्याणपुर थाना क्षेत्र के किसी जगह पर रखा था.
हथियार के साथ गिरफ्तार रंजन ओझा ने पुलिस की पूछताछ में किया खुलासा
अपहरण से पहले आदापुर कटकेनवा में इकठ्ठा हुए थे अपराधी
इंडिका व स्कॉर्पियो से पहुंचे थे बबलू दूबे के तीन शागिर्द
तीन बाइक पर सवार होकर आये थे नेपाल के छह अपराधी
बाइक से हुई थी रूट लाइनिंग, नेपाल में तीन गिरफ्तार

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