देश का दूसरा आइसीपी शुरू
शुरुआत. मेन गेट बंद कर किया गया इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट का उद्घाटन रक्सौल : देश के दूसरे एकिकृत जांच चौकी (आइसीपी) का उद्घाटन शुक्रवार की सुबह 10 बजे किया गया. हालांकि इस संबंध में अधिकारियों द्वारा कुछ भी नहीं बताया गया. हालांकि विगत 23 मई को कस्टम कमिश्नर बिहार विनायक चंद्र गुप्ता ने प्रेस वार्ता कर […]
शुरुआत. मेन गेट बंद कर किया गया इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट का उद्घाटन
रक्सौल : देश के दूसरे एकिकृत जांच चौकी (आइसीपी) का उद्घाटन शुक्रवार की सुबह 10 बजे किया गया. हालांकि इस संबंध में अधिकारियों द्वारा कुछ भी नहीं बताया गया. हालांकि विगत 23 मई को कस्टम कमिश्नर बिहार विनायक चंद्र गुप्ता ने प्रेस वार्ता कर कहा था कि आइसीपी की तैयारी पूरी नहीं है. फिर भी उद्घाटन जरूरी है. यही कारण है कि शुक्रवार को आनन-फानन में आइसीपी का उद्घाटन कर दिया गया. इससे पहले पाकिस्तान बॉर्डर पर अटारी में देश का पहला आइसीपी काम कर रहा है.
यह हो सकता है फायदा
आइसीपी का उद्देश्य भारत-नेपाल के बीच व्यवसाय को सुगम बनाना है. आइसीपी दो हिस्सों में है. पहला हिस्सा भारतीय क्षेत्र में है तो दूसरा नेपाल में है. भारत का आइसीपी बनकर तैयार हो गया था तो नेपाली क्षेत्र के आइसीपी के निर्माण में अभी मात्र 60 प्रतिशत काम पूरा हो पाया है और काम पूरा होने में अभी काफी वक्त लगेगा. पिछले साल नवबंर माह में बॉर्डर मैनजमेंट के सचिव स्नेहलता कुमार ने नेपाली आइसीपी की जांच की थी और कहा था कि 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है.
उनके निरीक्षण के लगभग छह माह बाद भी काम 60 प्रतिशत ही हुआ है. यहीं कारण है कि आइसीपी की विधिवत शुरुआत नहीं हो पायी है. जबकि नेपाली हिस्से के भी आइसीपी का निर्माण भारतीय एंजेसी कर रही है. यदि दोनों आइसीपी काम करना शुरू कर दे तो व्यापार काफी सुगम हो जायेगा और भारतीय आइसीपी में जांच के बाद मालवाहक वाहन सीधे नेपाली आइसीपी में प्रवेश कर सकते हैं. इससे जांच में और काम में काफी पारदर्शिता आने की संभावना है.
आइसीपी की लागत
आइसीपी का शिलान्यास वर्ष 2010 में तत्कालिन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने किया था. तब लक्ष्य था 13 माह में आइसीपी शुरू कर देने का, लेकिन इतने दिन बाद भी आइसीपी की विधिवत शुरुआत नहीं होकर. उद्घाटन की खानापूर्ति की गयी है. इससे फिलहाल व्यवसायियों को फायदा के बदले नुकसान ही होने वाला है.
भारत और नेपाल दोनों तरफ के व्यवसायी इस उद्घाटन को गलत बताते हुए. इसे रोकने की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों द्वारा उद्घाटन तो कर दिया गया, लेकिन आइसीपी की जो तैयारी है उससे लगता नहीं है कि वहां से काम किया जा सकता है.
व्यवसायियों का विरोध
इधर, भारत के द्वारा आइसीपी के विवादास्पद उद्घाटन के बाद नेपाल के व्यापारियों ने विरोध किया. वीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक वैद्य ने कहा कि आइसीपी जब दोनों तरफ बन रहा था तो उद्घाटन एक ही समय होना चाहिए था, ताकि इसका उद्देश्य पूरा हो सके़ अगर ऐसी स्थिति में संचालन होता है तो इससे व्यापारियों को हानि होगा.