आपूर्ति फुल, फिर भी लो वोल्टेज
परेशानी. शहर के अधिकांश मोहल्लों में बनी है यह समस्या ग्रिड में फुल लोड बिजली मिलने के बाद भी शहर के अधिकांश मोहल्लों के लोग लो-वोल्टेज की समस्या से परेशान है. पिक आवर हो या सामान्य लोगों को लो-वोल्टेज की समस्या से निजात दिला पाने में विभाग नाकारा साबित हो रहा है. मोतिहारी : शहर […]
परेशानी. शहर के अधिकांश मोहल्लों में बनी है यह समस्या
ग्रिड में फुल लोड बिजली मिलने के बाद भी शहर के अधिकांश मोहल्लों के लोग लो-वोल्टेज की समस्या से परेशान है. पिक आवर हो या सामान्य लोगों को लो-वोल्टेज की समस्या से निजात दिला पाने में विभाग नाकारा साबित हो रहा है.
मोतिहारी : शहर में बिजली आपूर्ति के लिए मजुराहां, छतौनी, बेलिसराय उपकेंद्र बनाया गया है. एक माह पहले बेलीसराय उपकेंद्र चालू किया गया, लेकिन ग्रिड को पर्याप्त बिजली मिलने के बाद भी उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज के कारण भीषण गरम में जेनेरेटर व हाथ पंखा का सहारा लेना पड़ रहा है. कई मोहल्लों जैसे चांदमारी, न्यू चांदमारी, एकौना, आनंदपुरी, दुर्गा मंदिर चांदमारी, अगरवा, बलुआ टाल आदि क्षेत्र के उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चांदमारी के उमेश वर्मा, विनय सिंह, बलुआ टाल के चुटुल कुमार कहते हैं कि सुबह से शाम तक मोटर लो-वोल्टेज के कारण नहीं चलता है. पानी के लिए जेनेरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है. गरमी के कारण रात छत पर गुजारने को मजबूर हैं.
लो-वोल्टेज के कारण: ग्रिड में फुल लोड बिजली मिल रही है. जहां कभी-कभी एक लाख 32 हजार मेगावाट की जगह एक लाख 5 हजार तो कभी आठ हजार वोल्टेज हो जाती है जो लो वोल्टेज का कारण हो सकती है. अगर स्थायी रूप से लो-वोल्टेज है तो स्थानीय स्तर पर तार में फॉल्ट या ट्रांसफाॅर्मर का अर्थिंग ठीक न होना कारण हो सकता है.