तस्करी पर अंकुश लगाने का होगा प्रयास

मोतिहारीः इंडो-नेपाल के खुले बॉर्डर से तस्करी कर स्थानीय बाजार में पहुंच रहे विदेशी सामान एवं गोल्ड की खेप से देश की अर्थ नीति खासा प्रभावित हो रही है. जबकि तस्करी की मादक पदार्थ के सेवन से युवाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. ऐसे में देश की अर्थ नीति की संरक्षा एवं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2014 4:47 AM

मोतिहारीः इंडो-नेपाल के खुले बॉर्डर से तस्करी कर स्थानीय बाजार में पहुंच रहे विदेशी सामान एवं गोल्ड की खेप से देश की अर्थ नीति खासा प्रभावित हो रही है. जबकि तस्करी की मादक पदार्थ के सेवन से युवाओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. ऐसे में देश की अर्थ नीति की संरक्षा एवं समाज की सुरक्षा कस्टम की नैतिक जिम्मेदारी है. ये बातें सीमा शुल्क व केंद्रीय उत्पाद विभाग पटना के चीफ कमिश्नर एनके भुजबल ने कही. वे बुधवार को भौगोलिक निरीक्षण के दौरान मोतिहारी सीमा शुल्क कार्यालय पहुंचे थे.

उन्होंने कहा कि यह आगमन स्वभाविक तौर पर कार्यालय का निरीक्षण है. इस दौरान उन्होंने कार्यालय के रिकॉर्ड, संधारण, कार्यालय की रख-रखाव, कार्य प्रणाली व अब तक कार्रवाई में हुई जब्ती की गहन जांच पड़ताल की. मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ एवं देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही प्रतिबंधित सामान की तस्करी पर अंकुश लगाना मुख्य उद्देश्य है और तस्करी पर रोक लगाने को हर संभव प्रयास किया जा रहा है. उनके साथ कमिश्नर किशोरी लाल भी पहुंचे थे. मौके पर सहायक कस्टम आयुक्त प्रणोश गुप्ता, सुपरिंटेंडेंट एनएम दास, इंस्पेक्टर आकाश कुमार, आनंद प्रकाश, हेड कांस्टेबल सत्येंद्र सिंह, विनोद सिंह उपस्थित थे.

एजेंसियों से बनायें समन्वय

ट्रेनों से हो रही सुपारी की तस्करी पर रोक लगाने की दिशा में कार्रवाई को लेकर श्री भुजबल ने पदाधिकारियों को स्थानीय एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर बेहतर कार्य करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अन्य एजेंसियों से भी आपसी-तालमेल बना कर रखें. आवश्यकता पड़े तो उन एजेंसियों से भी सहयोग लें. आपसी समन्वय से तस्करी पर अंकुश लगाने में ज्यादा से ज्यादा सफलता मिलेगी.

सूचना तंत्र को करें मजबूत

तस्करी पर रोक लगाने को लेकर मुख्य आयुक्त ने पदाधिकारियों को सूचना तंत्र मजबूत करने के टिप्स दिये. उन्होंने कहा कि तस्करों की सूची तैयार कर योजनाबद्ध तरीके से काम करें. बॉर्डर क्षेत्र में तालमेल बढ़ा सूचना तंत्र को मजबूत बनाये. सीमा क्षेत्र की संवेदनशीलता को लेकर उन्होंने आर्थिक अपराध रोकने, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय तस्करों के साथ- साथ प्रांतीय तस्करी में शामिल सिंडिकेट पर भी पैनी नजर रखने की नसीहत दी. साथ ही उन्होंने छापेमारी को लेकर पदाधिकारियों को अलर्ट रहने का भी निर्देश दिया. और कहा कि सूचना तंत्र को पदाधिकारी डेवलप करें और रेड के दौरान स्वयं की सुरक्षा पद भी ध्यान दें.

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