लौट जायेंगे जलापूर्ति योजना के दो करोड़

मोतिहारी : नगर परिषद मोतिहारी के सभी वार्डों में स्वच्छ जल पहुंचाने की योजना पांच वर्ष बाद भी धरातल पर नहीं उतर सकी है. दो जलमीनार तैयार है, उसे सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में चालू करने की कवायद चल रही है. इसको लेकर विभाग ने 31 अगस्त तक पाइप लाइन दुरूस्त करने का निर्देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2016 5:26 AM

मोतिहारी : नगर परिषद मोतिहारी के सभी वार्डों में स्वच्छ जल पहुंचाने की योजना पांच वर्ष बाद भी धरातल पर नहीं उतर सकी है. दो जलमीनार तैयार है, उसे सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में चालू करने की कवायद चल रही है. इसको लेकर विभाग ने 31 अगस्त तक पाइप लाइन दुरूस्त करने का निर्देश जारी किया है. विभाग का मानना है कि नगर परिषद से पीएचइडी को आवंटित करीब नौ करोड़ 67 लाख की राशि पूर्ण रूप से खर्च नहीं हो पायी है.

ऐसे में कार्य के अनुसार दो करोड़ की राशि नगर परिषद को लौट सकती है.
क्या थी जलापूर्ति योजना: शहर को चार जोन में बांटकर पानी टंकी (जलमीनार) बना मोहल्ले वालों को शुद्ध पेय जल पहुंचाना लक्ष्य था.
इसके तहत बेलीसराय, बेलबनवा, बलुआ टाल, सदर अस्पताल को बेलीसराय के नये जल मीनार से अगरवा, न्यू अगरवा, सपही देवी स्थान, श्रीकृष्ण नगर आदि को दूसरा जोन, बरियारपुर, छोटा और बड़ा को मिलाकर तीसरा जोन और एमएस कॉलेज चांदमारी क्षेत्र को मिला चौथा जोन बनाया गया. इन क्षेत्रों में अंडर ग्राउंड पाइप बिछाकर मोहल्लो में जलापूर्ति करनी थी, जो पांच वर्ष बाद भी शुरू न हो सकी.
अगरवा में मोटर से होगी जलापूर्ति : अगरवा में प्रस्तावित जलमीनार की जगह अब मोटर से ही जलापूर्ति होगी. इसके अलावा एमएस कॉलेज क्षेत्र में भी मोटर से जलापूर्ति होगी. कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है.
अगरवा में नहीं बन पायेगी पानीटंकी
जलापूर्ति के लिए नप ने पीएचइडी को दिये थे साढ़े नौ करोड़
पांच वर्ष बाद भी जलापूर्ति योजना लंबित
दो नयी जलमीनारों से सितंबर से जलापूर्ति
31 अगस्त तक पाइप लीकेज दुरुस्त करने का निर्देश
डेढ़ मीटर मिट्टी खुदाई कर पाइप डालना था जिसे एक मीटर खुदाई कर डाला गया है. मोहल्लों के गलियों से मुख्य पाइप लाइन में पाइप नहीं जोड़ा गया है. कई जगह पाइप फट गयी है. कार्य में लापरवाही हुई है. 20 सूत्री की बैठक में उठाया जायेगा.
प्रकाश अस्थाना, मुख्य पार्षद मोतिहारी,
जो जलमीनार बने हैं उसे 31 अगस्त तक दुरूस्त कर चालू कर दिया जायेगा. पाइप लीकेज जांच का आदेश दिया गया है. अगरवा में मोटर से होगी जलापूर्ति. शेष जो राशि बचेगी करीब दो करोड़ नप को लौटा दी जायेगी.
– देवेंद्र प्रसाद, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी, मोतिहारी

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