अपहरण का नाटक रच पिता से मांगी फिरौती

मोतिहारी : पहाड़पुर मटियरवा के पंचायत समिति सदस्य मुखदेव यादव के 14 वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार को अगवा करने की बात झूठी निकली. प्रकाश की सकुशल बरामदगी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. कक्षा 10 वीं का छात्र प्रकाश ने पिता से रुपये ऐंठने के लिए अपहरण का नाटक किया था. अरेराज डीएसपी नुरुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 5:25 AM

मोतिहारी : पहाड़पुर मटियरवा के पंचायत समिति सदस्य मुखदेव यादव के 14 वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार को अगवा करने की बात झूठी निकली. प्रकाश की सकुशल बरामदगी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. कक्षा 10 वीं का छात्र प्रकाश ने पिता से रुपये ऐंठने के लिए अपहरण का नाटक किया था. अरेराज डीएसपी नुरुल हक ने बताया कि प्रकाश का न्यायालय में 164 का बयान दर्ज कराया गया है. उसने न्यायालय में बयान दिया है कि अपहरण का

अपहरण का नाटक…
नाटक उसने खुद रचा था. उसे परिजनों को सौंप दिया गया है.
प्रकाश रविवार को अचानक गायब हो गया. इसके बाद शाम को पिता के मोबाइल पर आवाज बदल कर फोन किया. कहा कि तुम्हारे पुत्र का अपहरण हो गया है. तीन लाख की फिरौती दो, वरना उसकी हत्या कर देंगे. फिरौती के लिए फोन आने पर परिजनों में कोहराम मच गया. आनन-फानन में परिजनों ने थाना को सूचना दी. अपहरण व फिरौती की खबर सुन पुलिस की भी बेचैनी बढ़ गयी. पुलिस ने जिस मोबाइल नंबर से फिरौती मांगी गयी थी,
उसका टावर लोकेशन पहले मुजफ्फरपुर का मिला, उसके बाद बेतिया में लोकेशन मिलने लगा. पुलिस ने बिना समय गंवाये बेतिया पहंुच टावर लोकेशन वाले इलाके की घेराबंदी कर प्रकाश को बरामद कर लिया. पहलेे तो उसने पुलिस को बरगलाने का पूरा प्रयास किया. उसने कहा कि उसको कुछ लोग उठा कर ले गये थे. पुलिस ने एक के बाद एक सवाल उससे पूछना शुरू किया, तो प्रकाश ने अपहरण के नाटक की पूरी कहानी उगल दी.
खुद के अपहरण का नाटक रचने वाला छात्र बेतिया से बरामद
पुलिस की पूछताछ में उगल दी सारी कहानी
पिता से मांगा था पॉकेट खर्च, नहीं मिला तो घर
से भाग निकला
पिता से आवाज बदल मांगी तीन लाख की फिरौती
पिता ने दो हजार रुपये नहीं दिये, तो गढ़ी कहानी
प्रकाश ने पुलिस को बताया कि उसने पिता से दो हजार रुपये मांगा था. पिता ने पैसा देने से इनकार किया, तो खुद के अपहरण का नाटक रचा. घर भाग बापूधाम रेलवे स्टेशन पहंुचा. उसके पॉकेट में सिर्फ 60 रुपये थे. ट्रेन का टिकट कटा कर मुजफ्फरपुर गया. वहां से पंजाब जाने की फिराक में था, लेकिन उसके पास पंजाब जाने के लिए पैसा नहीं था. उसने अपने मोबाइल से पिता के पास आवाज बदल कर फोन किया. कहा प्रकाश हमारे कब्जे में है, तीन लाख की फिरौती पहंुचा दो, वरना अंजाम बुरा होगा.

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