मोतिहारीः सरकारी अस्पतालों में इलाजरत मरीज की मौत अब खून के अभाव में नहीं होगी. अस्पताल में इलाजरत मरीजों को इमरजेंसी में नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध कराया जायेगा. मरीजों को ब्लड अस्पताल प्रशासन की अनुशंसा पर मिलेगा. नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध कराने की इस व्यवस्था को लागू करने की पहल जिला स्वास्थ्य समिति ने की है.
हाल ही में समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा लिए गये इस प्रस्ताव पर समिति के अध्यक्ष सह जिलाधिकारी ने भी मुहर लगा दी है. स्वीकृति मिलने के साथ ही अस्पताल में गुरुवार से मरीजों को नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध कराने का कार्य शुरू कर दिया गया है.यहां बता दे कि मरीजों को नि:शुल्क ब्लड देने का जिला स्वास्थ्य समिति का यह निर्णय खास कर गरीब एवं असहाय मरीजों को ध्यान में रख लिया गया है.
हाल ही में विभागीय स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में भी यह बात सामने आयी थी कि इलाज के दौरान ब्लड की कमी से अक्सर मरीज की मौत हो जाती है. ब्लड के अभाव में मरने वाले मरीजों में महिलाओं की संख्या ज्यादातर है. अक्सर ऐसी शिकायत गर्भवती महिलाओं के मामलों में होती है. प्रसव के दौरान ब्लड के अभाव में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लोग ब्लड उपलब्ध कराने में अक्षम होते थे.
उपाधीक्षक की अनुशंसा पर मिला ब्लड
अस्पताल में इलाजरत मरीजों को नि:शुल्क ब्लड अस्पताल प्रशासन के निर्देश पर मिलेगा. ब्लड के लिए प्रशासनिक तौर पर अनुमति देने का अधिकार अस्पताल उपाधीक्षक को होगा. मरीजों को ब्लड चिकित्सकों द्वारा दी गयी सलाह पर उपाधीक्षक की अनुमति के बाद ही मिलेगा. ब्लड के लिए उपाधीक्षक अपनी अनुशंसा पत्र रेड क्रॉस को जारी करेंगे. जिस आधार पर रेड क्रॉस ब्लड उपलब्ध करायेगी.
प्रतिमाह लगेगा रक्तदान शिविर
अस्पतालों में नि:शुल्क ब्लड उपलब्ध कराने से रेडक्रॉस में ब्लड की स्टॉक का अभाव न हो. इसको लेकर प्रत्येक माह रक्तदान शिविर का आयोजन होगा. रक्तदान शिविर का जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में रेडक्रॉस द्वारा आयोजित की जायेगी. शिविर के मौके पर रक्त दान करने वाले को 80 रुपये का प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.