सीताराम बाबू व्यक्ति नहीं शक्ति थे
घोषणा. मलंग चौक पर लगेगी आदमकद प्रतिमा शिक्षक से लेकर विधायक मंत्री व सांसद का तय किया सफर 68 वीं जयंती पर याद किये गये सीताराम बाबू मधुबन : बिहार विभूति पूर्व सांसद स्व. सीताराम सीताराम सिंह की 68 वीं जयंती शनिवार को मधुबन सेंट्रल स्कूल में समारोह पूर्वक मनायी गयी.इस अवसर विधायक राणा रणधीर […]
घोषणा. मलंग चौक पर लगेगी आदमकद प्रतिमा
शिक्षक से लेकर विधायक मंत्री व सांसद का तय किया सफर
68 वीं जयंती पर याद किये गये सीताराम बाबू
मधुबन : बिहार विभूति पूर्व सांसद स्व. सीताराम सीताराम सिंह की 68 वीं जयंती शनिवार को मधुबन सेंट्रल स्कूल में समारोह पूर्वक मनायी गयी.इस अवसर विधायक राणा रणधीर सिंह व अन्य लोगों ने स्व. सिंह के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. विधायक राणा रणधीर ने कहा कि सीताराम बाबू व्यक्ति नहीं शक्ति थे.उनका जीवन संस्था के रूप में था.जो आम जनता को समर्पित था.उन्होंने गरीबों, दलितों एवं युवाओं का सम्मान जगाने का काम किया था. उनके पद चिह्नों पर चलकर समाज का उत्थान किया जा सकता है. श्री सिंह ने कहा कि सीताराम बाबू के सपनों को साकार करने के लिये दिन रात लगा रहता हूं.
बहुआयामी व्यक्तित्व के थे धनी : जयंती समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि सीताराम बाबू व्यक्ति नहीं विचार धारा थे.जिन्होंने निरतंर संघर्ष करते हुए फर्श से लेकर अर्श तक की जीवन यात्रा पूरी की.जिनका व्यक्तिव सभी के लिये प्रेरणादायी है.
सामान्य कृषक परिवार में 12 नवम्बर 1948 को बंजरिया के बाबू नेमा सिंह व फूलमती देवी के घर एकलौते पुत्र के रूप में जन्मे सीताराम सिंह बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे. जिन्होंने विज्ञान संकाय से आॅनर्स करने बाद बतौर शिक्षक कैरियर की शुरुआत करते हुए 1985 में पहली बार मधुबन से विधायक चुने गये.
जो लगातर 2004 तक मधुबन से विधायक रहते हुए बिहार में जनता दल एवं राष्ट्रीय जनता दल के लालू प्रसाद व राबड़ी देवी मंत्रिमंडल में विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री पद को सुशोभित किया. विधायकी के दौरान वर्ष 1988 में जनता दल के सदस्य के रूप में विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक,1990 में परिवहन मंत्री,1997 में खनन एवं भूतत्व मंत्री तथा 2002 में पशुपालन विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाला.
इस दौरान उनका दामन बेदाग रहा.वर्ष 2004 में शिवहर लोकसभा से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए.जिनका निधन लम्बी बिमारी से जनवरी 2014 में हो गया.जिनका व्यक्तिव एवं कृतित्व आज लोगो के लिये प्रेरणा स्त्रोत है.उन्हीं के पदचिन्हों पर उनके पुत्र व पुत्रिया समाजसेवा की मिशाल कायम करने की दिशा में आगे बढ रहे है.जिसमें बड़े पुत्र राणा रणधीर विधायक के रूप में जनता के बीच है.
वही द्वितीय पुत्र रणवीर सिंह सीताराम बाबू द्वारा स्थापित मधुबन सेन्ट्रल स्कूल में बतौर निदेशक व बिहार जागृति संस्था के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे है.तृतीय पुत्र राणा रणजीत सिंह नौकरी छोड़कर समाजिक क्षेत्र में कम्प्यूटर शिक्षा की अलख जगाने के साथ बेरोजगारी दूर करने के लिये कार्य
मलंग चौक पर आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग : जयंती समारोह में स्व. सीताराम के बाबू के पुत्र व विधायक राणा रणधीर से पूर्व सांसद की आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग की. जिसे विधायक ने स्वीकार कर लिया.
मौके पर रणवीर सिंह,विरेन्द्र कुमार सिंह, जयराम प्रसाद, दीनानाथ प्रसाद, नगीना सिंह, लालबाबू पासवान, अनिरूद्ध राय, मो.काशिम, मो.बहारूदीन, डा.जुमाई, मो.शेख इद्रीश, रामएकवाल प्रसाद, सुमन कुमार सिंह, उषा गुप्ता, विशु साह, प्रो.रामएकवाल सिंह, विरेन्द्र कुमार सिंह, नारायण राम, शिवशंकर प्रसाद गुप्ता सहित कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे.