चोरी की गाड़ियों का कागज बनाता था शमीम
रक्सौल : ढाका आजाद चौक से सिमरन की बरामदगी के बाद फरार मुख्य आरोपी शमीम विभिन्न प्रदेशों के दौरे के बाद वीरगंज के पानी टंकी के पास डेरा लिया था. उसके बाद गाड़ी चोरी के बड़े रैकेट से जुड़ा. इसका अघोषित डीटोओ कार्यालय ढाका व बैरगनिया(सीतामढ़ी) सीमा से सटे गौर(नेपाल) में चल रहा था. पूछताछ […]
रक्सौल : ढाका आजाद चौक से सिमरन की बरामदगी के बाद फरार मुख्य आरोपी शमीम विभिन्न प्रदेशों के दौरे के बाद वीरगंज के पानी टंकी के पास डेरा लिया था. उसके बाद गाड़ी चोरी के बड़े रैकेट से जुड़ा. इसका अघोषित डीटोओ कार्यालय ढाका व बैरगनिया(सीतामढ़ी) सीमा से सटे गौर(नेपाल) में चल रहा था.
पूछताछ में शमीम ने बताया कि चोरी की गाडि़यों का गौर पहुंचते ही नंबर प्लेट उतार कर नया नंबर प्लेट दे दिया जाता था, जिसके नाम गाड़ी बेंचा जाता था उसके नाम फौरी तौर पर कागजात भी बना दिया जाता था इसके लिए करीब एक दर्जन जिलों के डीटीओ का मुहर व नाम पता रखा गया था. नये तकनीक के लिए एक मशीन भी तथा जिससे गाड़ी का इंजन व चेचिस नंबर बदल दिया जाता था.
उसके गिरफ्तारी के बाद एक बुलेरों की बरामदगी नेपाल पुलिस ने की है, जिसे शमीम ने बेंचा था, जिसकी जांच पुलिस कर रही है. इस डीटीओ कार्यालय से ढाका के भी कथिपय वाहना चोरों का संबंध था. नेपाल पुलिस सूत्रों के अनुसार चोरी की गाड़ी सीतामढ़ी-बैरगनिया और ढाका-बैरगनिया के रास्ते नेपाल पहुचाया जाता था. देहाती रास्ता होने के कारण पुलिस पकड़ भी नहीं पाती थी.
चिरैया में हुई एक बोलेरो जब्त : जानकारी बताते है कि सिक्कम, कोलकाता, महाराष्ट्र, गंगटोक आदि नंबर की गाडि़यां ढाका, घोड़ासहन, चिरैया, बैरगनिया, पताही आदि क्षेत्रों में ज्यादा देखी जाती है. इन गाडि़यों की अगर जांच की जाये तो अधिकांश गाडि़या गौर के अघोषित डीटीओ से जुड़ा मिल सकता है. हाल ही में चिरैया में एक बोलेरो जब्त की गयी हैै, जो पूर्णिया की बतायी गयी है, जिसका खरीदनेवाला कहा है कि उसने शमीम के माध्यम से गाड़ी खरीदी है.
गाड़ी कुशमहावा के एक सभ्रांत व्यक्ति ने खरीदी है. डीएसपी सिकरहना बमबम चौधरी ने बताया कि चिरैया में जब्त बोलेरो की जांच की जा रही है कि खरीदार शमीम के पास कैसे पहुंचा. इसके अलावे ढाका के संदिग्ध चोरों जिनका संबंध शमीम से है उसके संबंध में जांच की जा रही है.