नोटबंदी के बीच, 80 ATM से डेढ़ करोड़ का कैश घोटाला
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण में करीब डेढ करोड़ का एटीएम कैश घोटाला हुआ है. 56 लाख के घोटाले की प्राथमिकी नगर थाना में दर्ज हुई है, जबकि आरसीआइ कैश मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारी ने सरतचंद्र पंडा ने बताया कि जांच में जिले के अलग-अलग एटीएम के करीब डेढ करोड़ का घोटाला पकड़ा […]
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण में करीब डेढ करोड़ का एटीएम कैश घोटाला हुआ है. 56 लाख के घोटाले की प्राथमिकी नगर थाना में दर्ज हुई है, जबकि आरसीआइ कैश मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारी ने सरतचंद्र पंडा ने बताया कि जांच में जिले के अलग-अलग एटीएम के करीब डेढ करोड़ का घोटाला पकड़ा गया है.
इसके लिए विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि कैश रिप्लेसमेंट कस्टोडियनों द्वारा एटीएम में पैसा डालने के लिए विभिन्न बैंकों से राशि का उठाव किया गया, लेकिन उनके द्वारा एटीएम में कैश नहीं डाला गया. वर्ष 2016 के अप्रैल महीना में घोटाला पकड़ में आया. कंपनी के अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि जिले की 80 एटीएम से करीब डेढ़ करोड़ की राशि गायब है. घटना को लेकर आरसीआइ के अधिकारियों के कान खड़े हो गये है. हैदराबाद स्थित कंपनी के मुख्यालय स्तर से भी इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. इधर नगर पुलिस ने भी प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
अनुसंधानकर्ता दारोगा धर्मजीत महतो ने बताया कि जांच में पता चला है कि कैश रिप्लेसमेंट कस्टोडियनों ने बैंक से राशि का उठाव किया है, लेकिन उनके द्वारा एटीएम में कैश नहीं डाला गया. उन्होंने बताया कि एटीएम में कैश डाल कर निकाला गया होता तो उसका रिकॉर्ड बैंक के पास होता, लेकिन बैंक के पास कैश निकासी का कोई रिकॉर्ड नहीं है. इससे साफ है कि एटीएम में उनके द्वारा कैश डाला ही नही गया. उन्होंने बताया कि प्रत्येक एटीएम के कैश लोडिंग की क्षमता अलग-अलग होती है. अब यह पता लगाया जायेगा कि किस एटीएम के लिए कितना कैश आरसीआइ कैश मैनेजमेंट सर्विस लिमिटेड के कैश रिप्लेसमेंट कस्टोडियनों ने बैंक से उठाया था. इसके लिए जरूरत हुई तो बैंक अधिकारियों से भी पूछताछ की जायेगी.