शराब कारोबार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
-विनित कुमार- मोतिहारीः आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आने की कोशिश में हैं. शिक्षण, राजनीतिक या अन्य कोई क्षेत्र हो महिलायें हर क्षेत्र में पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. जिस क्षेत्र में पुरुष का पहले एकक्षत्र अधिकार था अब महिला उस क्षेत्र में भी अपनी पैठ […]
-विनित कुमार-
मोतिहारीः आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आने की कोशिश में हैं. शिक्षण, राजनीतिक या अन्य कोई क्षेत्र हो महिलायें हर क्षेत्र में पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. जिस क्षेत्र में पुरुष का पहले एकक्षत्र अधिकार था अब महिला उस क्षेत्र में भी अपनी पैठ जमा शुरू कर दी हैं. इसका ताजा उदाहरण कि शनिवार को समाहरणालय परिसर में आयोजित शराब बंदोबस्ती के दौरान मिला.
इस बार महिलाओं ने पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा आवेदन डाला और ज्यादा सरकारी शराब दुकान का ठेका ले लिया है. जानकारी के अनुसार इस वर्ष शराब की दुकान का ठेका लेने के लिए आवेदन जमा करने की तिथि दो से दस फरवरी तक थी. वहीं, 14 फरवरी को आवेदन की सूची जारी की गयी और लॉटरी की प्रक्रिया 15 फरवरी को पूरी कर ली गयी. जहां पिछले साल खजुरिया से ज्यादा आवेदन हुआ. वहीं, इस वर्ष तुरकौलिया के लोगों ने ज्यादा रुचि दिखायी.
800 महिलाओं ने डाला आवेदन
पिछले वर्ष के अपेक्षा इस वर्ष अधिक लोगों में शराब की बंदोबस्ती के लिए ज्यादा दिलचस्पी देखी गयी. गत वर्ष जहां 7736 लोगों ने आवेदन दिया था. वहीं, इस बार 11766 लोगों ने आवेदन डाला. जबकि महिलाओं ने जहरं गत वर्ष लगभग 400 आवेदन डाला था, वहीं इस वर्ष करीब 800 महिलाओं ने आवेदन डाला.
नौ करोड़ राजस्व की हुई प्राप्ति
पिछले वर्ष के अपेक्षा इस वर्ष शराब बंदोबस्ती को लेकर सरकार को ज्यादा राजस्व की प्राप्ति हुई है. यहां पिछले वर्ष सरकार ने पांच करोड़ 48 लाख का राजस्व की प्राप्ति हुई थी. वहीं, इस वर्ष आठ करोड़ 94 लाख 18 हजार की राजस्व प्राप्ति हुई. ज्ञात हो कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी आवेदन शुल्क चार हजार से लेकर 12 हजार रुपये था. वहीं, पांच करोड़ 19 लाख 47 हजार 40 रुपये अग्रिम एवं अनुग्या शुल्क के रूप में जमा किया गया है.
नौ महिलाओं को मिली बंदोबस्ती
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष शराब बंदोबस्ती को लेकर महिलाओं ने दोगुणी से भी अधिक उछाल लगायी है. गत वर्ष जहां चार महिलाओं को शराब बंदोबस्ती मिली थी. वहीं, इस वर्ष नौ महिलाओं को शराब का ठेका मिला है. प्रियंका कुमारी पत्नी राकेश कुमार हरसिद्धि , चंचला देवी पत्नी विजेंद्र सिंह मोतिहारी, रानी देवी पत्नी लक्ष्मण प्रसाद साह मैनाटांड पश्चिमी चंपारण, अर्चना पांडेय पत्नी काशीनाथ पांडेय मधुबनी रहिका, प्रतिमा गुप्ता पत्नी श्रीकांत प्रसाद लौरिया पश्चिमी चंपारण, रेखिया देवी पत्नी नागेंद्र राय पिपराकोठी, कुमारी अंजली पत्नी श्रीनिवास कुमार कपूर पकड़ी शिकारगंज, मिना देवी पत्नी विनय कुमार राजेपुर पश्चिमी चंपारण और रेखा देवी पति प्रेम किशोर प्रसाद तुरकौलिया को शराब का ठेका मिला.
81 समूहों में की गयी बंदोबस्ती
इस वर्ष शराब बंदोबस्ती 81 समूहों में की गयी है. वहीं, 55 देशी शराब की दुकान, 56 विदेशी शराब की दुकान, 113 कंपोजिट शराब की दुकान की बंदोबस्ती दी गयी है. जबकि पिछले वर्ष 83 समूहों में बंदोबस्ती की गयी थी. वहीं बेतिया जिला के आवेदक का 17 समूहों में बंदोबस्ती किया गया. जबकि मुजफ्फरपुर जिले के एक आवेदक का बंदोबस्ती किया गया.