शातिर सोनू सिंह गिरफ्तार

मोतिहारी : पकड़ीदयाल के तिहरे हत्या कांड में कुख्यात अपराधी सोनू प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. वह शिकारगंज के रूपहरी गांव का रहनेवाला है. उससे पूछताछ चल रही है. एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरफ्तार सोनू प्रताप सिंह एक पेशेवर अपराधी है. सूचना मिली है कि पकड़ीदयाल की घटना को अंजाम देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2017 9:28 AM
मोतिहारी : पकड़ीदयाल के तिहरे हत्या कांड में कुख्यात अपराधी सोनू प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. वह शिकारगंज के रूपहरी गांव का रहनेवाला है. उससे पूछताछ चल रही है. एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरफ्तार सोनू प्रताप सिंह एक पेशेवर अपराधी है. सूचना मिली है कि पकड़ीदयाल की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह से उसका ताल्लुकात है.
हालांकि उसकी तलाश शहर के आधा दर्जन रंगदारी की घटनाओं में भी की जा रही थी. शहर के छह व्यवसायियों के पास नेपाली नंबर से फोन कर एसपी सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने वाला सोनू प्रताप सिंह ही है. उन्होंने बताया कि उससे पकड़ीदयाल की घटना में पूछताछ चल रही है. उससे महत्वपूर्ण सुराग भी हाथ लगा है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. बताते चले कि पिछले साल शहर के हेनरी बाजार के पत्ता व मिरचा व्यवसायी, ज्ञानबाबू चौक के किराना दुकानदार, मधुबन छावनी चौक के गणपति ट्रेडर्स सहित अन्य व्यवसायी के पास नेपाली नंबर से फोन कर 20-20 लाख की रंगदारी मांगी गयी थी. रंगदारी मांगने वाला अपना नाम एसपी सिंह बताया था.
मोतिहारी . पकड़ीदयाल बाजार में बुधवार सरेशाम चार लोगों को एके 47 से छलनी करने वाले गिरोह की पहचान हो चुकी है. पुलिस का दावा है कि सिरहा कटास गांव में भिखारी सहनी सहित चार लोगों की हत्या करने वाले गिरोह ने ही इस घटना को अंजाम दिया है. इसके लिए पुलिस अब वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान करने में जुटी है.एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि पकड़ीदयाल बाजार व सिरहा की घटना में अपराध की शैली काफी मिलती जुलती है.
दोनों जगहों से बरामद एके47 के खोखे को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जायेगा. ताकि स्पष्ट हो सके कि दोनों घटना में एक ही स्वचालित हथियार का इस्तेमाल हुआ है, या फिर अलग-अलग हथियार से दोनों जगहों पर गोलियां चली है. उन्होंने बताया कि अबतक की जांच में पकड़ीदयाल बाजार की घटना में कुख्यात टुन्ना सिंह व राकेश सिंह का नाम आ रहा है. सिरहा में भी दोनों अपराधियों ने चार लोगों को एके47 से छलनी कर मौत के घाट उतार था. उन्होंने बताया कि घटना के पीछे अपराधियों का मकशद अबतक पता नहीं चल सका है. रंगदारी मांगे जाने से मृतक नपं उपाध्यक्ष मनोज कुमार व गल्ला व्यवसायी चुमन कुमार के परिजन इंकार कर रहे है. किसी से दुश्मनी की बात भी अब तक सामने नहीं आयी है. ऐसे में घटना की वजह रहस्मयी बनी हुई है. उन्होंने बताया कि पुलिस टीम गठित की गयी है, जो अपराधियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.

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