गिरफ्तार संदिग्धों का खंगाला जा रहा एकाउंट व मोबाइल कॉल डिटेल

मोतिहारी : नेपाल व भारत में गिरफ्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के आठ कारिदों की एनआइए ने कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है. पटना स्थित एनआइए के स्पेशल कोर्ट से 11 दिनों के रिमांड पर लिये गये संदिग्ध उमाशंकर पटेल, मोती पासवान व मुकेश यादव से पूछताछ में घोड़ासहन व कानपुर रेल हादसे से जुड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2017 7:20 AM

मोतिहारी : नेपाल व भारत में गिरफ्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के आठ कारिदों की एनआइए ने कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है. पटना स्थित एनआइए के स्पेशल कोर्ट से 11 दिनों के रिमांड पर लिये गये संदिग्ध उमाशंकर पटेल, मोती पासवान व मुकेश यादव से पूछताछ में घोड़ासहन व कानपुर रेल हादसे से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां एनआइए के अधिकारियों को मिली हैं.

उसके आधार पर उमाशंकर को लेकर एनआइए अधिकारियों की गुरुवार को मोतिहारी पहुंचे. बताया जाता है कि गिरफ्तार संदिग्धों के बैंक एकाउंट से लेकर मोबाइल लोकेशन सहित कैश डिपोजिट के अन्य श्रोस्तों के बारे में छानबीन की जा रही है. इसके लिए एनआइए के अधिकारियों ने बैंक,डाकघर व संचार विभाग के करीब 10 कर्मियों को परिसदन में बुला जांच में सहयोग करने को कहा. संदिग्धों के कैश डिपोजिट व मोबाइल कॉल डिटेल के संबंध में जानकारी ली. एनआइए के अधिकारियों ने बैंक, डाकघर व संचार कर्मियों से बंद कमरे में करीब एक घंटे तक बातचीत की. साथ ही कई बिंदुओं पर जानकारी लेकर जांच में सहयोग के लिए तैयार रहने को कह उन्हें छोड़ दिया. उसके बाद एनआइए के अधिकारी व एफएसएल एक्सपर्ट सीधे घोड़ासहन के लिए रवाना हो गये.
बता दें कि एक अक्तूबर 2016 को घोड़ासहन में ट्रेन उड़ाने के लिए रेलवे ट्रैक पर बम प्लांट किया गया था. विस्फोट कराने की जिम्मेवारी अरुण राम व दीपक राम को दी गयी, लेकिन दोनों बम को बिना विस्फोट कराये ही वापस घर लौट गये. इसको लेकर दोनों को नेपाल बुला हत्या कर दी गयी थी. वहीं चार अक्तूबर को आदापुर रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट उनके द्वारा कराया गया. उसमें कोई हताहत नहीं हुआ, जिसके कारण दोनों को नेपाल में बुलाकर हत्या कर दी गयी थी.
शमसुल व गिरि से पूछताछ को नेपाल जायेगी टीम : घोड़ासहन व कानपुर रेल हादसे का मास्टर माइंड शमशुल होदा, ब्रजकिशोर गिरि, मोजाहीर अंसारी, शंभु गिरि, आशीष सिंह व उमेश कुर्मी नेपाल पुलिस की गिरफ्त में है. उनसे पूछताछ करने एनआइए के अधिकारी नेपाल भी जा सकते हैं. हालांकि, उनके नेपाल जाने के संबंध में विशेष जानकारी नहीं मिल सकी है.
एनआइए कस्टडी में रक्सौल व आदापुर के तीन संदिग्ध : आदापुर के दीपक राम व अरुण राम की नेपाल में हत्या को लेकर पुलिस ने रक्सौल से उमाशंकर पटेल व आदापुर से मोती पासवान व मुकेश यादव को 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था. तीनों ने कानपुर व घोड़ासहन रेल हादसे का पर्दाफास करते हुए बताया कि आइएसआइ के इशारे पर घटना को अंजाम दिया था. उसके बाद एनआइए की टीम ने मोतिहारी पहुंच पूछताछ की, फिर उनके विरुद्ध एनआइए ने तीन प्राथमिकी दर्ज कर बेउर जेल पटना भेज दिया.

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