कार्य बहिष्कार और धरने के बाद सड़क पर उतरे नपकर्मी

प्रशासन की चुप्पी तोड़ने के लिए शहर में किया प्रदर्शन नप कार्यालय से समाहरणालय तक निकाली रैली डीएम से मिला शिष्टमंडल, सौंपा ज्ञापन नौ दिनों से जारी है सफाईकर्मियों की हड़ताल, आंदोलन को किया तेज मोतिहारी : अनुबंध से हटाने एवं एजेंसी के साथ टैग करने के विरोध में नप अनुबंधित सफाई कर्मियों ने आंदोलन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2017 9:25 AM

प्रशासन की चुप्पी तोड़ने के लिए शहर में किया प्रदर्शन

नप कार्यालय से समाहरणालय

तक निकाली रैली

डीएम से मिला शिष्टमंडल, सौंपा ज्ञापन

नौ दिनों से जारी है सफाईकर्मियों की हड़ताल, आंदोलन को किया तेज

मोतिहारी : अनुबंध से हटाने एवं एजेंसी के साथ टैग करने के विरोध में नप अनुबंधित सफाई कर्मियों ने आंदोलन को तेज कर दिया है. हड़ताल-धरना के बाद कर्मी अब आंदोलन को लेकर सड़क पर उतर आये है. गुरूवार को कर्मियों ने शहर में आक्रोश रैली निकाली.

संघर्ष समिति के बैनर तले कर्मी नप कार्यालय से रैली निकाल समाहरणालय पहुंचे. जहां कर्मियों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी को मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा. बताते चले कि इसके पूर्व कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में पिछले नौ दिनों से हड़ताल पर है. और मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार एवं धरना पर बने हुए है. इसबीच प्रशासन की पहल पर हुयी वार्त्ता के समझौता पर खड़ा नही उतरने के तीन दिन के इंतजार के बाद गुरूवार को कर्मियों का शब्र टूट गया. और बाध्य हो कर कर्मियों को प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतरना पडा.

आंदोलन की राह में एक कदम आगे बढ़ाते हुए कर्मियों ने आक्रोश रैली निकाल प्रदर्शन कर अपनी आवाज को बुलंद किया है. समिति अध्यक्ष जितेन्द्र नाथ शर्मा ने कहा कि अगर जिला प्रशासन मांग पर विचार नही करती है तो नप कर्मी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगे. जिसकी सारी जिम्मेवाबदेही नप एवं जिला प्रशासन की होगी.

समाहरणालय में कर्मियों की हुयी सभा: आक्रोश रैली निकाल समाहरणालय पहुंची नप कर्मियों की रैली सभा में तब्दील हो गयी. सभा को संबोधित करते निकाय कर्मचारी महासंघ के राज्याध्यक्ष आर एन ठाकुर ने कहा कि अनुबंध कर्मी की नियुक्ति एकरारनामा के आधार पर हुयी है. नप प्रशासन को अनुबंध कर्मियों के एकरारनामा को एक तरफा रद्द करने का कोई अधिकार नही है. कर्मियों को एजेंसी के साथ हस्तगत करने का अधिकार नप प्रशासन एवं नप बोर्ड तक को नहीं है. यहां तक की अनुबंध कर्मियों को सरकारी मापदंड के अनुसार वेतन का भुगतान भी नही किया जा रहा है. जो गरीब दलित परिवार के साथ घोर अन्याय है.

सभा को जितेन्द्र नाथ शर्मा, भरत राम, विशुनदेव यादव, भैरव दयाल सिंह, शंभूनाथ सिंह, दिनेश प्रसाद, राजेंद्र राम आदि ने संबोधित किया.

डीएम ने कर्मियों को किया आश्वस्त: अनुबंध कर्मियों की मांगों के समर्थन में शिष्टमंडल जिलाधिकारी अनुपम कुमार से मिल ज्ञापन सौपा. इस दौरान कर्मचारियों की समस्याओं से शिष्टमंडल ने डीएम को अवगत कराते हुए मामले में हस्तक्षेप करते हुए अपने स्तर से पहल करने का अनुरोध किया. जिस पर जिलाधिकारी ने कर्मियों को आश्वस्त करते हुए शीघ्र ही सभी बिन्दुओं पर पहल करने का आश्वासन दिया.

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